रायगढ़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के वाशिम जिले से देश के किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त की राशि सीधे उनके खाते में अंतरित की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 18वीं किस्त के ऑनलाइन अंतरण कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 18वीं किस्त के रूप में प्रदेश के 24 लाख 98 हजार से अधिक किसानों के खातों में 566 करोड़ 77 लाख रुपए से अधिक की राशि अंतरित होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। श्री साय ने इस मौके पर प्रदेश के किसानों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
रायगढ़ में जिला स्तरीय कार्यक्रम कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र रायगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र रायगढ़ में आयोजित हुआ। जिसमें जिले के 89 हजार 868 किसानों के खाते में 19 करोड़ 38 लाख रूपए हस्तांतरण किया गया। मौके पर जिले के किसान वर्चुअल जुड़े रहे और सभी किसानों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार जताया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 17 वीं किस्त की तुलना में इस बार 66 हजार 485 अधिक किसानों ने योजना का लाभ उठाया है। इससे पहले भी 16 वीं किस्त की तुलना में 17 वीं किस्त का लाभ उठाने वाले किसानों की संख्या 01 लाख 11 हजार 518 अधिक थी। उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना की किस्त-दर-किस्त लाभान्वित होने वाले किसानों की संख्या में बढ़ोतरी होना इस बात का प्रमाण है कि भारत के कृषि क्षेत्र में कितनी तेजी से प्रगति हो रही है। यह मोदी सरकार पर किसानों के मजबूत भरोसे का भी प्रमाण है। श्री साय ने कहा कि 18 वीं किस्त के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के जो किसान भाई-बहन आज लाभान्वित हो रहे हैं, उनमें 02 लाख 49 हजार 867 वन-पट्टा धारक हैं और 30 हजार 408 किसान पीवीटीजी योजना के अंतर्गत लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में किसानों की उन्नति जय जवान-जय किसान के नारे को सार्थक कर रही है। जिला स्तरीय कार्यक्रम में डीन कृषि महाविद्यालय डॉ.ए.के. सिंह ने कृषकों को कृषि में नवाचार अपनाकर आमदनी बढ़ाने हेतु सलाह दिये। इसी तरह डॉ.बी.एस.राजपूत ने कृषकों को उद्यानिकी फसलों के साथ मुर्गीपालन, मधुमक्खी पालन करने की बात कही। उपसंचालक कृषि अनिल वर्मा ने विभागीय योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं कृषि के नई तकनीक को अपनाने हेतु सलाह दिये। इस दौरान मंडी सचिव रमेश कुमार गुप्ता, आर.के.पण्डा, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. मनीषा चौधरी, डॉ.के.के. पैकरा, डॉ.के.डी.महंत, डॉ.सी.पी. एस.सोलंकी, डॉ.के.एल.पटेल, डॉ.नीलकमल पटेल, आशुतोष सिंह, कृषि विभाग से सुकदेव सिदार, रितेश मंडावी, अनिल भगत, नरसिंह सहित रायगढ़ एवं सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के प्रगतिशील कृषक खगेश्वर पटेल, हेतराम मालाकार, मधु मालाकर, विमल, शिव शंकर एवं जिले के अन्य कृषक उपस्थित रहे।