जशपुरनगर। विष्णु सुशासन में जशपुर जिला लगातार विकास की राह में अग्रसर हो रहा है, इस बार राजा देवशरण सिंह जिला चिकित्सालय सिकल सेल में स्क्रीनिंग और फॉलो अप मामले में प्रथम स्थान पर है। ज्ञात हो कि विष्णु सुशासन में बदल रहा जशपुर जिले का तस्वीर स्लोगन आहिस्ता आहिस्ता अब सच साबित होने लगा है,विकास और प्रसिद्धि की राह में अग्रसर हो चुके जशपुर जिला का नाम इस वक्त पूरे प्रदेश में गूंज रहा है। जिसका प्रमुख कारण सिकल सेल जैसे गंभीर बीमारी के क्षेत्र में सरहनीय कार्य किया जाना है।उक्त क्षेत्र में जशपुर जिला ने शत प्रतिशत स्क्रीनिग कर पहला स्थान राज्य में बनाया है तो वहीं दूसरा स्क्रीनिंग पश्चात सबसे ज्यादा फालो अप करने वाला जिला भी राज्य में बनने से दोहरा प्रसिद्धि जशपुर जिला के नाम इस वक्त दर्ज हो चुका है।
स्वास्थ विभाग के सीएमएचओ डॉ.जी.एस.जात्रा से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल और जशपुर कलेक्टर डॉ.रवि मित्तल के निर्देश तथा अभिषेक कुमार सीईओ जिला पंचायत के मार्गदर्शन से जशपुर जिला में शत प्रतिशत स्क्रीनिंग का कार्य स्वास्थ कर्मचारियों के द्वारा किया गया है। जिसमें 40 वर्ष के उम्र तक के सभी लोगों का सिकलिंग जांच किया गया। जशपुर जिला में राशन कार्ड के अनुसार कुल जनसंख्या 9 लाख 54 हजार 561 है। जिसमें 40 वर्ष तक उम्र के 6 लाख 93 हजार 393 लोग निवासरत हैं,उक्त जनसंख्या के आधार पर स्वास्थ कर्मचारियों के द्वारा जशपुर जिले में शत प्रतिशत लोगों का स्क्रीनिंग किया गया है,इतना ही नहीं इस उम्र से भी बढक़र संभावित लोगों का भी सिकलिंग जांच किया गया,स्वास्थ कर्मचारियों द्वारा अब तक कुल 7 लाख 30 हजार 74 लोगों का सिकलिंग जांच किया गया जो जनसंख्या अनुपात में एक सौ पांच प्रतिशत जांच होना पाया गया है,उक्त जांच में 5870 कैरियर मरीज मिले हैं जिनमें अंदरूनी सिकलिंग के बीमारी होने की आशंका है वहीं 509 कुल मरीज जांच के दौरान सिकलिंग के प्राप्त हुवे। उक्त आधार पर स्क्रीनिंग मामले में जशपुर जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है। जो जशपुर जिला के लिए स्क्रीनिंग मामले में हुवे कार्य पर गौरव की बात है।
डीपीएम गणपत नायक से मिली जानकारी के अनुसार स्क्रीनिंग उपरांत सभी मरीजों का उपचार जशपुर कलेक्टर और सीईओ के निर्देश पर सीएमएचओ ने शुरू कराया, जिसमें अभी तक अगस्त माह की स्थिति में 178 मरीजों का सफलता पूर्वक इलाज चल रहा है। शेष मरीजों के इलाज की व्यवस्था और उचित देखभाल में स्वास्थ अमला जुटा हुआ है। उक्त कार्य में डीएमएफ से संचालित संस्था संगवारी लगी हुई है जिनके द्वारा समय पर मरीजों को उचित उपचार के लिए प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है। इस संस्था के द्वारा सभी मरीजों से मिल कर लगातार उनका काउंसलिंग किया जा रहा है।इसके अलावा अंबिकापुर मेडिकल कालेज अंतर्गत संचालित संस्था सैलवियों के द्वारा सभी चयनित 509 मरीजों को डिजीटल मोड से (व्हाट्सअप और टेक्स्ट मेसेज के माध्यम से) इलाज के लिए प्रेरित कर समय पर दवा और भोजन सहित मरीजों के लिए आवश्यक अन्य निर्देशों से अवगत कराने का कार्य कर रही है। सभी मरीजों को उनके निकटतम स्वास्थ में ही पूरी स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने पर कार्य करने की योजना तैयार हुई है जिसे जल्द ही अंतिम परिणाम उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में दिया जायेगा।