पुसौर। लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल पुसौर ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नए मानक की स्थापना की है, जहां सामाजिक सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलों में भी उत्कृष्टता हासिल की जा रही है। इस वर्ष स्कूल के विद्यार्थियों ने स्कूल क्रीड़ा प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। जिसमें संभाग स्तरीय तक 30 विद्यार्थियों ने भाग लिया, राज्य स्तरीय तक 10 विद्यार्थियों ने भाग लिया,राष्ट्रीय स्तर में 5 विद्यार्थियों ने भाग लिया है। यह उपलब्धि क्रीड़ा शिक्षक राजेंद्र साहू के अथक प्रयास का परिणाम है, जिन्होंने विद्यार्थियों को खेल की तकनीक और जीवन के मूल्यों को सिखाया। स्कूल निर्देशक दुष्यंत प्रधान और प्राचार्य नीरज पोद्दार ने भी इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजेंद्र साहू की कोचिंग शैली ने विद्यार्थियों को खेल की तकनीक के साथ-साथ जीवन के मूल्यों को भी सिखाया। उनकी कोचिंग शैली में व्यक्तिगत ध्यान, तकनीकी प्रशिक्षण, मानसिक तैयारी, टीम वर्क साफ दिखाई देती है। स्कूल निर्देशक दुष्यंत प्रधान का योगदान- दुष्यंत प्रधान ने स्कूल के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की और खेलों के लिए अनुकूल वातावरण बनाया। प्राचार्य नीरज पोद्दार का समर्थन- नीरज पोद्दार ने विद्यार्थियों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और स्कूल के लिए खेलों की महत्ता पर बल दिया। लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल पुसौर की उपलब्धियां- स्कूल क्रीड़ा प्रतियोगिता में संभाग स्तरीय तक 30 विद्यार्थियों का चयन, राज्य स्तरीय तक 10 विद्यार्थियों का चयन, राष्ट्रीय स्तर तक 5 विद्यार्थियों का चयन। यह उपलब्धि स्कूल की खेल और सांस्कृतिक उत्कृष्टता की ओर इशारा करती है। लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल पुसौर के विद्यार्थी और शिक्षकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई। इस उपलब्धि के पीछे की कहानी- लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल पुसौर के विद्यार्थियों ने अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर यह उपलब्धि हासिल की। क्रीड़ा शिक्षक राजेंद्र साहू जी की दिशा में विद्यार्थियों ने अपनी क्षमताओं को पहचाना और उन्हें विकसित किया। इस उपलब्धि से स्कूल के विद्यार्थियों को आगे बढऩे का नया अवसर मिलेगा। लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल पुसौर के विद्यार्थी और शिक्षकों को इस उपलब्धि के लिए एक बार फिर से बधाई।