रायगढ़। जिले में राईस मिलरों ने समय पर स्टेक का काम पूरा नहीं किया गया। ऐसे में विपणन विभाग ने 15 राईस मिलर्स को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है और संतुष्ट नहीं होने पर कार्रवाई की बात कही है। धान की खरीदी के साथ ही साथ धान उठाव का भी काम चलता है और धान राईस मिल में जाने के बाद कस्टम मिलिंग का प्रोसेस होता है। जिसके बाद उसे एफसीआई गोदाम में स्टेक लगाना होता है, लेकिन राईस मिलरों के द्वारा स्टेक के काम को पूरा नहीं किया गया।
साथ ही डीओ के माध्यम से धान उठाव कर चावल लक्ष्य के अनुरूप जमा नहीं किया जा रहा है। इससे चावल जमा होने की औसत गति कम है। जिसे लेकर जिला विपणन अधिकारी द्वारा 15 राईस मिलर्स को नोटिस जारी कर दो दिनों के भीतर जवाब देने की बात कही गई है।
अमानत राशि को जब्त कर होगी वसूली
राईस मिलर्स को दिए गए नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर समय पर चावल जमा नहीं किया जाता है, तो जमा करने वाले शेष चावल के बदले राईस मिल द्वारा जमा की गई अमानत राशि को जब्त कर वसूली की जाएगी।
इन राईस मिलों को जारी हुआ नोटिस
जिला विपणन विभाग द्वारा 15 राईस मिल को नोटिस दिया गया है। जिसमें ए वन राइस इंस्ट्रीज, जीटी राइस मिल, जेके राइस मिल, गोपी ट्रेडर्स, जय मां दुर्गा इंस्ट्रीज, कृष्णा राइस मिल, श्री तिरूपति राइस मिल, मां दुर्गा फूड्स प्रोडक्ट, महालक्ष्मी राइस मिल, एमएस बैघनाथ फूड, एमएस सूरज एग्रो, श्री मंगला ग्रीन, श्री श्याम एग्रो, श्री राधे कृष्ण फेरो राइस मिल, शुभम राइस मिल शामिल है।
अवधि पूरा होने के बाद भी नहीं हुआ जमा
इस संबंध में जिला विपणन अधिकारी शैला नेताम ने बताया कि शासन के नियमानुसार एफसीआई में चावल जमा करने के लिए प्रत्येक राइस मिल को 15 दिन का समय दिया जाता है, लेकिन राइस मिल संचालकों के द्वारा समय अवधि पूर्ण होनें के बावजूद भी एफसीआई में चावल के स्टेक जमा नहीं किया गया है। जिसके कारण 15 राईस मिल को नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब मांगा गया है।