जशपुरनगर। जिले के नारायणपर थाना क्षेत्र में नाबालिग बालक का अपहरण करने के मामले में फरार आरोपिया प्रीती डोली कुजूर को नारायणपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार कर लिया है। अरोपिया अपने पूर्व प्रेमी के कहने पर वह इस प्रकरण में सम्मिलित हुई थी। प्रकरण में मुख्य आरोपी अब भी फरार है जिसकी पतासाजी पुलिस कर रही है। फरार पूर्व प्रेमी द्वारा अपहृत बालक की बहन के पसंद नहीं करने पर सबक सिखाने हेतु घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों के विरूद्ध थाना नारायणपुर में भा.न्या.सं. की धारा 137(2), 296, 142, 127(2), 3(5) का अपराध दर्ज है।
प्राप्त जानकारी अनुसार थाना नारायणपुर क्षेत्र के एक ग्राम का 17 वर्षीय बालक विगत 22 जुलाई को अपने दोस्तों के साथ स्कूल गया था, शाम करीब 4 बजे छुट्टी से वापस घर आते समय उक्त बालक को पुरानी जान-पहचान का फायदा उठाकर बहला-फुसलाकर एक आरोपी जो फरार है, वह अपनी कार में बैठाया एवं चलो घूमकर आते हैं कहकर उसका ड्रेस चेंज कर अपने साथ ले गया। रास्ते में उक्त आरोपी ने अपहृत बालक के मोबाईल को डरा-धमकाकर अपने कब्जे में ले लिया एवं उसे 23 जुलाई को रायपुर ले गया, तत्पष्चात् वहां उसे रूम में बंद करके रखा। रायपुर में रहने के बाद आरोपी बालक को लेकर दूसरे दिन अंबिकापुर आया, फिर 24 जुलाई को अपनी पूर्व प्रेमिका प्रीती डोली कुजूर के सहयोग से वे दोनों बालक को लेकर चलगली जिला बलरामपुर आये एवं बालक को रूम में बंद कर बाहर से सिटकनी लगा दी। आरोपिया वहीं एक प्राईवेट स्कूल में षिक्षिका थी, जो बालक को रूम में बंद कर स्कूल चली गई। 25 जुलाई को आरोपी अपहृत बालक को चलगली में छोडक़र अपनी कार से भाग गया उस दिन भी अपहृत बालक को किराये के रूम में रखा गया था। आरोपिया उसी दिनांक को स्कूल से 3 बजे वापस रूम में आई और रात्रि लगभग 8 बजे अपहृत बालक को लेकर अंबिकापुर आई। वहीं 26 जुलाई को आरोपिया अपहृत बालक को जशपुर जाने वाली बस में बैठाकर वहां से फरार हो गई थी। अपहृत बालक के वापस घर आने पर उसकी माता की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह द्वारा उक्त फरार आरोपियों की पतासाजी के संबंध में थाना प्रभारी नारायणपुर को निर्देशित किया गया था, आरोपिया अत्यंत शातिर किस्म की है एवं बार-बार नाम बदलकर अपना ठिकाना बदल रही थी, उक्त आरोपिया प्रीती डोली कुजूर निवासी गिनाबहार चांचीडांड़ को घर में आने की सूचना मुखबीर से मिलने पर दबिष देकर उसे अभिरक्षा में लिया गया, पूछताछ में उसने बताया कि फरार आरोपी की वह पूर्व प्रेमिका है। फरार आरोपी को अपहृत बालक की बहन पसंद नहीं करती थी, इस कारण उसका अपहरण करने में सम्मिलित रही है। आरोपिया प्रीती डोली कुजूर उम्र 28 साल निवासी गिनाबहार चांचीडांड के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे 1 अक्टूबर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। प्रकरण का मुख्य आरोपी फरार है, जिसकी पतासाजी की जा रही है। प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपिया की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी नारायणपुर उप निरीक्षक सतीष सोनवानी, स.उ.नि. विनसेंट टोप्पो, न.सै. ओमप्रकाष यादव, न.सै. विरेन्द्र भगत का योगदान रहा है।