रायगढ़। धरमजयगढ़ वन मंडल में मंगलवार आमगांव के नजदीक मार्ग पर 20 से अधिक हाथियों का दल सडक़ पर घूमता दिखा। शाम लगभग 6 बजे सडक़ पार करते हाथियों को देखकर दोनों ओर वाहन रुक गए। पिछले दिनों छाल के नजदीक कोयलार में 50 से अधिक हाथी भारतमाला निर्माणाधीन सडक़ से गुजरते दिखे थे। धरमजयगढ़ वन मंडल में हफ्तेभर से 120 हाथी अलग-अलग झुंडों में घूम रहे हैं। जबकि इन दिनों रायगढ़ वन मंडल में एक भी हाथी नहीं है। धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की बड़ी संख्या होने के कारण ग्रामीण इलाकों से फसल के नुकसान के मामले सामने आते हैं। सुपरवाइजर रामकुमार डनसेना ने बताया कि रायगढ़ धरमजयगढ़ के बीच लगभग 5.40 बजे आमगांव गांव के पास लगभग 20 हाथियों का दल सडक़ पार कर जूनापानी की ओर बढ़ा। हाथियों के सडक़ में आ जाने की वजह से इस मार्ग में काफी संख्या में वाहन खड़े रहे। सूचना मिलने के कारण वन विभाग और हाथी मित्र दल के सदस्य मौके पर मौजूद रहे और हाथियों के सडक़ पार करने के बावजूद लोगों का इस मार्ग में आवागमन शुरू हो सका। खरसिया, छाल, घरघोड़ा इलाकों में जंगल में अवैध कटाई, सडक़ चौड़ीकरण, उद्योगों के विस्तार के कारण हाथियों का प्राकृतिक क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इससे बस्ती की तरफ हाथियों की आमद बढ़ी है। इसके साथ ही धान की फसल के कारण हाथी बस्ती की तरफ आते हैं। वन विभाग की मुनादी और लोकेशन ट्रेसिंग के कारण हालांकि पिछले सालों में हाथियों के हमले से मौत के मामलों में कमी आई है। हाथियों के दल ने धरमजयगढ़ वन मंडल में पिछली रात 34 किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। इसमें फतेहपुर में 2, मेढरमार में 4, सेमीपाली में 6, पोटिया में 1, लिप्ती, जाताटिकरा, सागुलटिकरा में 11, तेजपुर में 04, रिलो में 01 के अलावा बनहर में 5 किसानों के फसल के नुकसान की सूचना मिली है।