कोतबा/जशपुरनगर। जिले में बीते 48 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी नालों में उफान आने के कारण कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। पुलिया के बह जाने से आवागमन भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। भारी बारिश के चलते कई गांव टापू बनने की कगार पर पहुंच गई है। दरअसल जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण बगीचा ब्लाक में सबसे बुरी स्थिति देखने को मिल रही है। यहां का कलिया गांव टापू बनने के कगार पर पहुंच गया है। गायलूंगा में भारी बारिश और बाढ़ से 3 पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। साथ ही मिट्टी के बहाव से सडक़ें टूट गई है। जिस कारण कई मार्गों पर आवागमन बाधित हो गया है। बारिश के पानी के तेज बहाव से टूटी सडक़ और पुलिया के किनारों पर मिटटी के कटाव होने से स्थिति भयावह हो गई है। बगीचा मुख्यालय जोडऩे वाली सिकटा नाला पर बने पुलिया की मिटटी और सडक़ भी बह गया है।
आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त
बादलखोल अभ्यारण्य के मिट्टी मार्ग से बच्छरांव जाने वाले दोनों नालों में पुलिया न बनाकर रपटा बनाया गया है। जिसमें बारिश का पानी भर गया है जिसके कारण ग्रामीणों सहित छात्र छात्राओं को स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया है। चारो ओर पुलिया सडक़ और नाले में पानी भरा होने के कारण गाडिय़ों की आवागमन बंद हो गया है। पुलिया टूट जाने से लोगों को काफी कठिनाई? हो रही है।
ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर प्रशासन से गुहार लगाई है। उनका कहना है की भारी बारिश से डैमेज हुए सडक़ और पुलिया की रिपेयरिंग जल्द होनी चाहिए। ताकि आवागमन सुचारु रुप से चालू हो सके। क्षतिग्रस्त होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। सर्वे कराकर टूटी सडक़ों और पुलों का युद्ध?स्तर पर निर्माण और मरम्मति कराई जाए। ताकि जिला सहित ब्लाक मुख्यालय आना- जाना हो सके।
तहसीलदार ने कोटवारों को किया तैनात
बगीचा तहसीलदार को मार्ग की पुलिया, सडक़ क्षतिग्रस्त होने की जैसे ही सूचना मिली उन्होंने तत्काल कोटवारों की ड्यूटी पुलिया के पास लगा दी है। ताकि किसी भी खतरे से निपटा जा सके। तहसील के तीन भारी बारिश में एक टापू बन गए हैं। अब देखना यह होगा की शासन, प्रशासन कितनी ततपरता दिखाता है।
सुरक्षा का करें पुख्ता इंतजाम : सीएम साय
जशपुरनगर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जशपुर जिले के भारी वर्षा को देखते हुए लोगों के सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। प्रशासन ने तेज वर्षा को देखते हुए निगरानी करने के लिए अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें कुनकुरी विकास खंड के ग्राम ढोढीडांड स्थित ईब नदी पुल पर वर्तमान में जारी अनवरत वर्षा जनित परिस्थितियों के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने के फलस्वरूप कर्मचारियों को परिस्थिति नियंत्रित करने दायित्व सौंपा गया हैं।
चन्द्रविजय साय राजस्व निरीक्षक 8223960203, विकास खलखो पटवारी 8103015506, बाढ़ नियंत्रण प्रभारी सहायक पश्चिम दल (सेतु ईब नदी, हर्राडांड़-ढोढ़ीडांड़) बसंत राम कोटवार 9907483152, बैरियर सहायक, जगदीर कुजूर कोटवार 6260919776, बैरियर सहायक रोहित कुमार सुकरा, राजस्व निरीक्षक 9827964811 बाढ़ नियं. सह प्रभारी निशीकांत गुप्ता पटवारी 7828169535 सहायक पूर्व दल (सेतु ईब नदी, हर्राडांड़-ढोढ़ीडांड़) सातु राम कोटवार 6265271343, बैरियर सहायक, रूबेन केरकेट्टा कोटवार 9285195379, बैरियर सहायक की ड्यूटी लगाई गई है।
भारी बारिश में बह गया सडक़, लोगों का आवागमन ठप्प
कई गांवों के लोग प्रभावित, ग्रामीणों ने कलेक्टर से सडक़ निर्माण करने की लगाई गुहार
जशपुरनगर। मनोरा विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तालासीली का मुख्य सडक़ पानी में बह जाने से क्षतिग्रस्त हो गया है,जिस कारण आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है,बताया जा रहा आवागमन बाधित होने से ग्रामीणों का संपर्क ब्लॉक और जिला मुख्यालय से टूट चुका है।ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम आवेदन बना सडक़ बनाने का मांग किया है। ज्ञात हो कि इन दिनों मनोरा विकासखंड में भारी बारिश के कारण जीवन अस्त व्यस्त हो गया है,भारी बारिश की वजह से हुवे तेज बहाव ने पीएमजीएसवाई की सडक़ को बहा कर क्षतिग्रस्त कर दिया है।इस कारण यहां आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है और आलम यह है कि यहां निवासरत ग्रामीणों का अन्य ग्रामों या ब्लॉक अथवा जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है।ग्रामीणों के द्वारा उक्त समस्या से निदान के लिए जशपुर कलेक्टर के नाम एक आवेदन भेजा गया है जिसमें ग्रामीणों ने सडक़ निर्माण जल्द कराने का गुहार लगाया है।
यात्रियों से भरी बस उफनती नाले को पार किया
कोतबा/जशपुरनगर। लगातार तेज बारिश के चलते जशपुर जिले में नदी-नालों के पास सडक़ें भी जलमग्न हो गई हैं। ऐसे वक्त में जिले के कई सोशल मीडिया ग्रुप में एक खतरनाक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमे एक यात्री बस ने कई यात्रियों की जान को खतरे में डाल कर पुलिया के ऊपर से बह रहे पानी के बीच से यात्रियों से भरी बस को पार कर रहा है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसर, जशपुर- सन्ना मार्ग पर बस चालक की लापरवाही के कारण एक बड़ा हादसा होते-हाते टला। क्योंकि ईब नदी के पानी से भरी सडक़ पर बस को पार किया गया, जिसमें कई दर्जन यात्री सवार थे। बस ड्राइवर की यह लापरवाही गंभीर हादसे का कारण बन सकती थी। ऐसे कारनामे में यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गई। सन्ना जशपुर मार्ग पर सोनक्यारी के पास की स्थिति और भी चिंताजनक है, जहां लगातार जल भराव हो रहा है। वीडियो के माध्यम से बस चालक की लापरवाही सामने आई है। अब देखना यह होगा कि वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है?
क्षतिग्रस्त पुल, पुलिया की जानकारी लेकर आवश्यक कदम उठाएं : कलेक्टर
नदी-नालों के उपर से बह रहे पानी से बचाव के लिए पुलिया, रपटा के दोनों तरफ बैरिकेटिंग कर सरकारी कर्मियों की लगाई गई है डयूटी
जशपुरनगर। पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल और पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह सभी अनुविभागीय अधिकारियों से जिले में हो रही बारिश की वजह से नदी-नालों में बहाव की स्थिति की लगातार जानकारी ले रहे हैं। इसके साथ ही जहां तेज बारिश की वजह से जिन नदी-नालों पर बने रपटा या पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है उस जगह पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश भी दिए हैं। विदित हो कि जशपुर जिले में 01 जून से अब तक 1044.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले में बीते 10 वर्षों की तुलना में 01 जून से आज तक औसत वर्षा 1022.1 मिमी हुई है। कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को क्षतिग्रस्त पुल-पुलिया के मरम्मत की आवश्यक व्यवस्था एवं आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर सभी एसडीएम नदी-नालों के जलस्तर की लगातार निगरानी कर रहे हैं। कुनकुरी और दुलदुला तहसील में बारिश की वजह से किसी गांव में पुलिया क्षतिग्रस्त नहीं हुई है। तहसील कुनकुरी में ग्राम ढोढीडांड में ईब नदी में बने पुलिया के ऊपर से पानी बहने की वजह से पुलिया के दोनों तरफ बैरिकेट लगाया गया है और वहां पर सरकारी कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। मौके पर पुलिस बल को भी तैनात किया गया है। प्रशासन के द्वारा लोगों को नदी के आसपास नहीं जाने एवं पुल से आवागमन नहीं करने की अपील की गई है। अनुविभागीय अधिकारी जशपुर के अनुसार तहसील जशपुर अंतर्गत कोई भी पुलिया,पुल या रपटा क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है। पटवारियों को मकानों एवं फसलों की क्षति का सर्वे कराने के साथ ही फील्ड में रहकर परिस्थितियों का आकलन कर तत्काल सूचित करने निर्देशित किया गया है। सोनक्यारी में 3 पुलिया टूटने के वजह से पुलिया के आसपास बेरिकेटिंग करवाई की गई है। सन्ना तहसीलदार के अनुसार विकासखंड बगीचा के अकरीकोना सन्ना बगीचा मार्ग में पुल व सडक़ के उपर से पानी बहने की वजह मार्ग अवरूद्ध है। पुलिया के दोनो तरफ बैरिकेटिंग किया गया है एवं सरकारी कर्मियों की डयूटी लगाई गई है। बगीचा के कलिया एवं गायलूगां में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ पर निर्मित पुल के दोनों ओर सडक़ व मिट्टी का कटाव हुआ है। सरपंच को मिट्टी कटाव को भरने को कहा गया है। प्रशासन के द्वारा जानकारी दी गई है कि बच्छगांव-साहीडांड-सरकोम्बो होते हुए बगीचा वैक्लिपक मार्ग है। कलेक्टर ने संबंधित निर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त पुल,पुलिया रपटा को तत्काल मरम्मत तत्काल करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर डॉ. मित्तल एवं पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह ने लोगों से अपील की है कि जिन रपटा या पुल-पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है उसे पार करने का जोखिम ना लें और बारिश से बचने के लिए किसी पेड़ का सहारा ना ले क्योंकि बारिश के दिनों में पेड़ में बिजली गिरने का खतरा बना रहता है। कलेक्टर डॉ. मित्तल ने किसी भी आपात स्थिति के लिए एनडीआरएफ को तैयार रहने के निर्देश दिए है। साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों को वर्षाजनित बीमारियों से बचाव के लिए दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता एवं किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए निर्देशित किया है। कलेक्टर ने जलभराव की स्थिति निर्मित होने पर इसकी पूर्व तैयारी करते हुए विस्थापितों हेतु सुरक्षित आश्रय स्थल चिन्हांकित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।