रायगढ़। विगत 25 सितम्बर को छत्तीसगढ़ समाज के नेतृत्व में आर्थिक आजादी की मांग को लेकर (मिनी स्टेडियम रायगढ़) में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में जिला के विभिन्न विकास खण्डों से किसान, बुद्धिजीवी, युवा और श्रमिक वर्ग के लोगों ने अपनी भागीदारी दिखाई। धरना प्रदर्शन के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने आर्थिक आजादी के समर्थन में अपने विचार रखते हुए कहा कि जब तक लोगों को उनके जीवन की न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो जाती तब तक यह आजादी अधूरी है। मात्र यह राजनीतिक आजादी है, जहां 18 साल की उम्र होते ही वोट देने का अधिकार और बोलने की सीमित आजादी मिल जाती है लेकिन इसके बदलें में आर्थिक समानता का अधिकार छीन लिया, जिसका परिणाम है बेरोजगारी, गरीबी, भ्रष्टाचार, शोषण सामाजिक असुरक्षा, झूठे वादे, सामाजिक उत्पीडऩ, असमान क्रय क्षमता, खाद्यान्न की कमी, अविवेकपूर्ण वितरण प्रणाली आदि आदि। इन अभिशापों से मुक्ति पाने का एक ही रास्ता है, प्रउत की आर्थिक आजादी। इससे लाभ होगा कि किसानों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य मिलेगा। सभी को अपने क्षेत्र में रोजगार मिलेगा, सामाजिक सुरक्षा मिलेगी, भ्रष्टाचार का निवारण होगा, विवेकपूर्ण वितरण होगा आर्थिक विषमता दूर होगी और सबके क्रय क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे प्रत्येत व्यक्ति जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा कर सकेगा। अन्ततोगत्वाजीवन सुखमय होगा। इस समाज आंदोलन के कार्यक्रम को आगे भी विभिन्न विकासखण्डों में जारी रखने का प्रण लिया है। कार्यक्रम में 17 ग्रामों गुडग़हन, रेगडा, छोटे गुमडा, आमापाली, बिजना, लाखा, जूरडा, कोतरलिया, कुसमुंडा, टीनमिनि, गारे, मिलुपारा, दर्रीपाली, बांजीनापाली, बिष्नुपाली के कृषकों समेत रायगढ़ के प्रबुद्ध जनों की भागीदारी रही।
सभा के अन्त में आर्थिक आजादी की मांगों को लेकर महामहिम राष्ट्रपति, आदरणीय प्रधानमंत्री, गृहंमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्वश्री रमेश गुप्ता, मनोरंजन नायक, अनिता नायक, माधुरी गुप्ता, सत्यम नायक, रविंद्र भोय, खित्तेश्वर गुप्ता आदि का सराहनीय योगदान रहा।