जशुपरगनगर। आज 22 सितंबर को पुलिस कार्यालय जशपुर स्थित सभाकक्ष में पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह द्वारा अपराध समीक्षा बैठक लिया गया जिसमें समस्त राजपत्रित अधिकारीगण सहित थाना/चौकी प्रभारीगण, सभी शाखाओं के प्रभारीगण उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक द्वारा अनुविभागवार थाना/चौकी के लंबित प्रकरणों की जानकारी लिया गया एवं उसका निराकरण हेतू निर्देशित किया गया।
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विगत दिनों कांफ्रेंस लिया गया, जिसमें जिले में मुख्य रूप से गौ-तस्करी एवं मादक पदार्थों की तस्करी का सप्लाई चैन तोडऩे हेतु निर्देशित किया गया है। इस संबंध में जिले के थाना प्रभारियों को मुखबीर तंत्र को एक्टिव कर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा मीटिंग में उपस्थित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुये कहा कि अवैध गतिविधियों में किसी तरह की संलिप्तता पाई जाती है तो संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। पुराने लंबित अपराधों की प्रत्येक थानावार समीक्षा की गई एवं शीघ्र निराकरण हेतु दिशा-निर्देश दिये गये। पुलिस अधीक्षक जशपुर ने जिले के अवैध कारोबार, गांजा तस्करी, जुआ, सट्टा, नशीली दवाओ के विरुद्ध करवाई करने, लंबित अपराध, चालान, विवेचना, लघु अधिनियम, आम्र्स एक्ट, मर्ग जैसे अनेक विषयों पर गंभीरता से निराकरण करने के निर्देश दिये गये।
सामुदायिक पुलिसिंग के तहत सभी थाना क्षेत्रों में चलित थाना लगाई जाएगी एवं पुलिस से संबंधित विषयों/ समस्याओं का मौके पर सुनकर निराकरण किया जाएगा। नोनी सुरक्षा के तहत नियमित कार्यक्रम कर महिला सुरक्षा हेल्पलाइन, अभिव्यक्ति एप्प के बारे में विस्तार से उपयोगिता बताते हुए डाउनलोड कराया जाएगा, आमजनों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जाएगा। वृद्धजनों के लिए चलाये जा रहे ‘समर्पण’ योजना के तहत उनकी समस्याओं को घर में जाकर सुनकर तत्काल निराकरण करने हेतु कहा गया।
लंबित शिकायत जॉंच में लगातार कार्यवाही कर समयसीमा के भीतर जॉंच कार्यवाही पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया। लंबित समंस/वारंट की तामीली शत प्रतिशत करने हेतु निर्देशित किया गया। आर्थिक अपराध में संलिप्त फरार आरोपियों का लूक आउट सर्कूलर जारी करने के निर्देश दिये गये। लंबित पासपार्ट, चरित्र सत्यापन, शहीद परिवार की समस्या, सिक/अवकाश गैरहाजिर प्रकरण, पीडि़त क्षतिपूर्ती प्रकरण, बंदी छुट्टी प्रकरण, सायबर टीप लाईन, सायबर पोर्टल प्रकरण एवं अन्य वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सभी थानों के आंकड़ों का अनुविभागवार निरीक्षण किया, सभी थाना/चौकी के विवेचकों से उनके पास लंबित अपराध, मर्ग, चालान एवं 01 माह से अधिक समय से लंबित वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों पत्रों के बारे मे जानकारी ली एवं यथाशीघ्र निराकरण हेतु निर्देशित किया है। क्राईम पेंडेंसी की मौजूदा दर को 10 प्रतिशत के भी नीचे लाने के लिए निर्देशित किया गया है।
बैठक में एसपी ने सभी प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों में बाउंड ओवर की कार्यवाही करने हेतु भी निर्देशित किया है। थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में निरंतर पेट्रोलिंग करने के लिए भी निर्देशित किया है। 03 सवारी बैठाकर तेज रफ्तार से हॉर्न बजाते हुए दुपहिया वाहन चलाने वालों एवं नशे में वाहन चलाने पर चालानी कार्यवाही बढ़ाने के साथ मालवाहकों पर सवारी बैठाने वालों पर कड़ाई के भी निर्देश दिए गए है। यातायात शाखा को ब्लैक स्पॉट के संबंध में कार्यवाही करने एवं आईरेड पेंडिंग का त्वरित निराकरण हेतु कहा गया।
पुलिस अधीक्षक ने जिलें के अपराध समीक्षा बैठक मे विवेचक के कार्यों की समीक्षा की, उन्होंने कहा कि उच्च स्तर की विवेचना की जाए। राजपत्रित अधिकारी विवेचकों के कार्यों की प्रतिदिन मानीटरींग कर आवश्यक दिशा-निर्देश देवें। पुलिस अधीक्षक ने समस्त थाना प्रभारियों एवं विवेचकों को स्पष्ट निर्देशित करते हुए कहा कि आपके अधिनस्थ, आपके द्वारा की जाने वाली विवेचना एवं दोषसिद्धि पर विशेष ध्यान दिया जाए। विवेचना के स्तर पर आवश्यक सुधार कर दोषसिद्धि स्तर बढाने का भरपूर प्रयास करें।
क्राइम मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक जशपुर ने पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी हफ्ते मे कम से कम एक बार अपने अधिकार क्षेत्र के किसी एक थाना मे विजिट जरूर करें तथा समय-समय पर औचक निरीक्षण करें, साथ ही पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि रात्रि गष्त को और अधिक प्रभावी बनावे, ताकि चोरी इत्यादि की घटनाओं पर रोक लगे। प्रत्येक आरक्षक अपने-अपने बीट की कानून व्यवस्था एवं अपराध की जानकारी रखे एवं समय-समय पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते रहे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक थाना/चौकी प्रभारी एवं रक्षित निरीक्षक स्वयं गणना लेंगे साथ ही शिकायत के सम्बन्ध मे कोई भी व्यक्ति थाना/चौकी से निराश होकर न लौटे, सभी के साथ शालीनता एवं सौहार्दपूर्ण व्यवहार करें एवं सभी की शिकायतों पर निष्पक्ष जांच हो, साथ ही विभिन्न घटित अपराधों में प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए, निगरानी बदमाश/गुंडा बदमाश की थाना मे लगातार बुलाकर और सकूनत पर जाकर चेकिंग करते रहें। पैदल मार्च, कांबिंग गस्त और शाम को प्रभारी स्वयं क्षेत्र मे विजिबल पुलिसिंग के लिए निकले। पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता की थाना में उचित सुनवाई हो जिससे कि उन्हें वरिष्ठ कार्यालय आकर शिकायत करने की आवश्यकता न पड़े। समस्त राजपत्रित अधिकारियों, थाना/चैकी प्रभारियों को पूरी क्षमता एवं उर्जा के साथ सजगतापूर्वक ड्यूटी करने हेतु निर्देशित किया।
उक्त अपराध समीक्षा बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल कुमार सोनी, एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा, एसडीओपी कुनकुरी विनोद कुमार मंडावी, उप पुलिस अधीक्षक विजय सिंह राजपूत, उप पुलिस अधीक्षक भावेष समरथ, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारी एवं कार्यालयीन शाखा प्रभारी उपस्थित रहे।