रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर पाठ्य पुस्तक निगम जनरल मैनेजर को निलंबित कर दिया है। सीएम साय ने शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे जरुरी विषयों में बिलकुल भी लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। शासकीय कामों में ढिलाई बरतने वाले लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने कहा है। दरअसल, रविवार 15 सितंबर को पापुनि से छापी गई शैक्षणिक सत्र 2024-25 की नई किताबों को कबाड़ में बेचे जाने का मामला सामने आया था। कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने इस मामले का खुलासा किया था, वो लगातार सरकार से कार्रवाई की मांग भी कर रहे थे।
भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस- सीएम साय
सीएम ने कहा है कि यह सुशासन की सरकार है और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी अगर अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। लापरवाह अधिकारियों पर तत्काल कड़ी कारवाई सुनिश्चित की जाएगी। विष्णुदेव साय ने कलेक्टर कान्फ्रेंस में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस को लेकर सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए थे। साय ने इस मामले की जानकारी मिलते ही सरकार की ओर से अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले को इस घटना की जांच के निर्देश दिए थे। जांच में पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर प्रेम प्रकाश शर्मा की लापरवाही सामने आई है। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।