धरमजयगढ़। जिले के छाल एसईसीएल लात खुली खदान में हाल ही में हुए एक कोयला तस्करी कांड का मामला अभी ठंडा भी नहीं हो पाया है कि खदान परिसर में लोहे के सामानों से भरे चार पहिया वाहन को पकड़े जाने की पुष्ट खबर सामने आई है। इस मामले के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक खदान में संदिग्ध परिस्थितियों में और अनाधिकृत रूप से धरम खदान परिसर में घूम रहे गाड़ी को त्रिपुरा रायफल के जवानों की सक्रियता से पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा जवानों के प्रमुख की नजर इस गाड़ी पर पड़ी। जिसके बाद पूछताछ में वाहन चालक के गोलमटोल जवाब से संदेह और गहरा गया। जिसके बाद जवानों ने वाहन को स्थानीय पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। फिलहाल छाल थाना पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
इस केस के बारे में मिली अतिरिक्त जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के एसईसीएल छाल उपक्षेत्र के धरम खदान से लोहे के स्क्रेप लेकर निकल रही टाटा एएस कंपनी की वाहन, जिसका नंबर सीजी 13 ए एच 5578 है, को त्रिपुरा बटालियन के सुरक्षा कर्मी ने संदिग्ध हालात में पकड़ कर पूछताछ किया। जिस पर एडू निवासी शैलेन्द्र राठिया को लोहे से भरी लोड गाड़ी को लेकर माइंस इलाके में संदिग्ध हालात में घूमते हुए पकड़ा गया। इस मामले को लेकर त्रिपुरा रायफल बटालियन के प्रहरी द्वारा उक्त वाहन में लोड कबाड़ को खाली करा कर एसईसीएल सुरक्षा हेड रमेश दास को इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद रमेश दास द्वारा उक्त वाहन को थाना छाल के हवाले पुलिसिया कार्यवाही हेतु सुपुर्द कर दिया गया है। छाल एसईसीएल उप क्षेत्र अंतर्गत आने वाले खदान से कोयला तस्करी और उसके बाद अब संदेहास्पद स्थिति में लोहे से भरे वाहन को पकड़े जाने से प्रबंधन के अन्य जिम्मेदारों के रवैए को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर त्रिपुरा रायफल के जवानों द्वारा मुस्तैदी से लगातार ऐसे मसलों को सामने लाने पर सुरक्षा जवानों की प्रशंसा की जा रही है।
एसईसीएल खदान में पकड़ाया लोहे से भरा संदिग्ध वाहन
पुलिस को सौंपा गया, सुरक्षा जवान की सक्रियता से फिर सामने आया मामला
