रायगढ़। रेलवे स्टेशन के बाहर ठेकेदार द्वारा कछुआ गति से किए जा रहे काम को लेकर शुक्रवार को युवा कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंप कर तेजी से काम कराने की मांग किया है।
उल्लेखनीय है कि विगत लंबे समय से रेलवे स्टेशन के बाहर सौंदर्यीकरण का काम किया जा रहा है, लेकिन लेट-लतीफी से काम होने के कारण यात्री तो परेशान हो रहे हैं, साथ ही कई मोहल्ले लोगों को भी आने-जाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर शुक्रवार को युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश पांडेय अपने दल-बल के साथ दोपहर करीब 12 बजे स्टेशन पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया गया। साथ ही स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग किया है कि विगत माहभर से स्टेशन के सामने नाला के लिए गड्डा खोद कर छोड़ दिया गया है। जिसके चलते बंगला पारा, सोनकरपारा सहित अन्य मोहल्ले के लोग परेशान हो रहे हैं। साथ ही रात के समय उक्त गड्ढे में लोगों के गिरने की भी आशंका बनी हुई है। जिससे जान-माल को भी नुकसान हो सकता है। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि बिना किसी वजह के बरसात के दिनों में गड्ढे खोदकर संबंधित ठेकेदार महिनों से काम बंद करके रखा गया है। जिसके चलते लोगों को आवागमन में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उक्त कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराया जाए। ताकि लोगों को राहत मिल सके, अन्यथा जल्द कार्य पूर्ण नहीं होने की स्थिति में इसका कड़ा विरोध किया जाएगा।
बीमारी फैलने का खतरा
उल्लेखनीय है कि नाला के लिए करीब 10 मीटर लंबा व आठ फीट गहरा गड्ढा होने के कारण उसमें बारिश का पानी जमा हो गया है। ऐसे में आरोप है कि उक्त गड्ढे में डेंगू का लार्वा पनपने लगे हैं। जिससे अगर समय रहते निर्माण कार्य नहीं हुआ तो स्टेशन आने वाले दर्जनों लोग डेंगू के चपेट में आ सकते हैं। साथ ही उनका कहना था कि वैसे ही रायगढ़ डेंूग के लिए इन दिनों हॉट स्पाट बना हुआ है, जिससे अगर यहां डेगू मच्छर पनपते हैं तो इससे रेलवे कर्मचारियों के साथ अन्य लोग भी इसके चपेट में आ सकते हैं।
हादसा होने पर एफआर की चेतावनी
ज्ञापन देने पहुंचे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि बीच रोड में गड्ढे करके छोड़ दिए जाने से यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि यहां दिन-रात लोगों का आना-जाना लगा रहता है, इसके साथ ही हमेशा मवेशी भी इधर से उधर भागते रहते हैं, ऐसे में कभी भी कोई हादसा हो सकता है। जिससे रेलवे प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है।