रायगढ़। इस बार खो-खो, टेबल टेनिस और वॉलीबॉल प्रतियोगिता के लिए राज्य स्तर की मेजबानी मिली है। गुरुवार को यहां राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। दोपहर तीन बजे के बाद लीग मैच शुरू हुए। इसमें 5 संभाग की टीम आपस में भीड़ी। जिसमें खो-खो के बालक व बालिका के 17 और 19 वर्ष दो वर्ग थे। वॉलीबॉल प्रतियोगिता का 19 वर्ष एक वर्ग और टेबल टेनिस के 14 और 17 वर्ष दो वर्ग थे। दुर्ग, बस्तर, रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा संभाग के खिलाडिय़ों ने मैच जीतने के लिए पूरा दमखम लगाया। काफी संख्या में शहर के लोग मैच देखने पहुंचे थे। लीग मैच पूरे होने के बाद अंतिम दिन फाइनल मैच खेला जाएगा।
दुर्ग संभाग के टीम का दिखा दबदबा
रायगढ़ स्टेडियम में आयोजकों ने बताया कि पहले दिन के लीग मैच में सभी संभाग के खिलाडिय़ों ने पूरी मेहनत की, लेकिन दुर्ग संभाग का दबादबा सबसे अधिक देखा गया। खो-खो और टेबल टेनिस में दुर्ग के खिलाड़ी आगे रहे तो वॉलीबॉल मैच में बिलासपुर संभाग का जोर दिखा। वहीं टेबल टेनिस के मैच में रायपुर संभाग के खिलाड़ी दूसरे नंबर पर रहे। हालांकि अंतिम परिणाम फाइनल मैच में आएगा।
अलग-अलग जगह ठहरने की व्यवस्था
खिलाडिय़ों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए अलग अलग-जगह ठहराने की व्यवस्था की गई है। जिसमें सेंट जेवियर्स स्कूल में 03 संभाग और पंचायती धर्मशाला में दो संभाग की बालिकाओं को ठहराया गया है। वहीं मुक्ति प्रकाश हाईस्कूल में 03 संभाग और सिंधु भवन में 02 संभाग के खिलाडिय़ों को ठहराया गया है।
राज्यसभा सांसद बोले- खेल जीवन का हिस्सा है
24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि खेल जीवन का वह हिस्सा है, जिससे शारीरिक-मानसिक विकास के साथ सफलता की राह में आगे बढ़ते हुए एक मुकाम हासिल किया जा सकता है। उन्होंने सभी बच्चों से कहा कि स्कूल में पढ़ाई के साथ खेलकूद में शामिल होकर और अच्छे खेल का प्रदर्शन कर नाम रोशन किया जा सकता है। उन्होंने सभी को संकल्प दिलाते हुए खेल को खेल भावना से खेलने, हारने पर निराश न होते हुए आगे बढऩे और परिश्रम कर फिर से अच्छे प्रदर्शन से सफलता अर्जित करने की बात कही।
राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आगाज
5 संभाग के 460 खिलाड़ी मैदान में दिखाएंगे दम, पहले दिन रहा दुर्ग का दबदबा
