धरमजयगढ़। जिले के छाल एसईसीएल उप क्षेत्र अंतर्गत आने वाले खदान से दो ट्रक कोयला चोरी करने के मामले में पुलिस को एक और सफलता मिली है। कोयला चोरी कांड में शामिल एमपी के सतना जिले का निवासी शैलेन्द्र कुमार वर्मा नामक 5 वां आरोपी छाल पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।
केस की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की गहन छानबीन में फरार आरोपी ट्रक चालक को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी घटना कारित करने के बाद पुलिस से बचते हुए मध्यप्रदेश के सतना जिले में जाकर छिपा हुआ था। जिसे पुलिस ने सतना से गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है। इससे पहले छाल पुलिस ने इस मामले में संलिप्त 4 आरोपियों को हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया है।
वहीं, पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस वारदात में शामिल कथित मास्टर माइंड अंडर ग्राउंड हो गया है। बकौल पुलिस एम पी के सतना जिले से गिरफ्तार इस आरोपी ने अपने बयान में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। जिसे लेकर पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। बता दें कि बीते 1 सितंबर को सुरक्षा कर्मी की सजगता से छाल एसईसीएल खदान से दो ट्रक में लोड कोयले की तस्करी का मामला सामने आया था।
सरेंडर वरना कुर्की, सक्षम प्राधिकार को भेजी रिर्पोट
छाल एसईसीएल सब एरिया के खदान में हुए इस कोयला चोरी की बड़ी वारदात के मास्टर माइंड और फरार आरोपी इस्तियाक अली को लेकर पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए कार्यवाही शुरू कर दी है। इस केस में पुलिस द्वारा फरार आरोपी इस्तियाक अली की संपत्ति की कुर्की को लेकर सक्षम प्राधिकार को रिर्पोट भेजी जा चुकी है। इसके अलावा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से भी आरोपी के संबंध में डिटेल ली जा रही है। छाल पुलिस ने कहा है कि यदि अरोपी इस्तियाक तत्काल सरेंडर नहीं करता है तो उसके सभी संपत्ति को विधिवत सीज करने की कार्यवाही की जाएगी। पुलिस ने बताया है कि आरोपी की गिरफ़्तारी को लेकर जांच का दायरा बढ़ाया गया है। मास्टर माइंड की गिरफ्तारी में पुलिस जल्द सफल होगी।
रैकेट को लेकर खुलासा
इस मामले में एमपी में पकड़ाए आरोपी ने पुलिस को बताया है कि पूर्व में गिरफ्तार आरोपी वाहिद अपने मालिक इस्तियाक अली के कहने पर पूरे घटना को अंजाम देता था। खदान में एंट्री के लिए फर्जी आरएफआईडी कार्ड भी वाहिद ने ही बनवाया था। इस तरह से एसईसीएल के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर इस कोयला तस्करी कांड की साजिश रची। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में और भी धराएं जोड़ी जा सकती हैं। साथ ही जानकारी के अनुसार इस केस में पुलिस की कड़ी कवायद के कारण गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट से जमानत नहीं मिल पा रही है।