धरमजयगढ़। जिले में जंगली सुअर के शिकार के लिए बिछाए गए करंट से मौत के बाद अपने साथी की लाश को चुपचाप जंगल में जला देने के मामले में पुलिस ने 4 आरोपी युवकों को हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया है। इस मामले में पुलिस ने मृतक को भी आरोपी बनाया है। वहीं, इस केस में मृतक के परिजनों की कथित तौर पर संलिप्तता को लेकर विवेचना की जा रही है। पुलिस के मुताबिक थाना कापू क्षेत्र के ग्राम इंचपारा में एक गंभीर घटना की सूचना प्राप्त हुई, जिसमें सियाम्बर राठिया (उम्र 35 वर्ष) की करंट लगने से मृत्यु हो गई। यह घटना मृतक समेत गांव के 04 लोगों द्वारा जंगली सुअर को मारने के उद्देश्य से बिजली के तारों का अवैध उपयोग करने के दौरान हुई।
पुलिस ने बताया कि घटना दिनांक 14 सितंबर को शाम 08 बजे को सियाम्बर राठिया और उसके साथी रामनारायण राठिया, चनेश बसोड़, अलताफ राठिया और करन यादव ने श्रीराम राठिया के खेत में जंगली सुअर को मारने के लिए बिजली का तार बिछाया। तार जुड़ाई के दौरान करंट प्रवाहित होने से सियाम्बर राठिया की मौके पर ही मृत्यु हो गई। आरोपियों ने साक्ष्य छुपाने के लिए कोरजा नाला किनारे जंगल में मृतक के शव को जला दिया।
इस घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी कापू निरीक्षक नारायण सिंह मरकाम ने अपनी टीम के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौके पर पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। इस मामले में थाना कापू में अपराध क्रमांक 111/2024 धारा 105, 238, 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, कांड में शामिल चार आरोपियों रामनारायण राठिया (25 वर्ष), चनेश बसोड़ (32 वर्ष), अलताफ राठिया (20 वर्ष) और करन यादव (35 वर्ष) को हिरासत में लिया गया है। पुलिस की पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के मेमोरेंडम पर घटनास्थल के पास से अपराध में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा, खूंटा, सेंट्रिग बांधने का तार आदि महत्वपूर्ण साक्ष्य की जप्ती कर सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मार्गदर्शन और एसडीओपी धरमजयगढ़ श्री सिद्धांत तिवारी के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कापू निरीक्षक नारायण सिंह मरकाम, प्रधान आरक्षक देव लाल राठिया, आरक्षक विभूति सिंह, फिलमोन लकड़ा, विक्रांत भगत और इलयाजर टोप्पो ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की। जिससे आरोपियों को गिरफ्तार कर इस गंभीर मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
परिजनों की भूमिका को लेकर जांच जारी
इस मामले में पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि मृत शरीर को मृतक के परिजनों के साथ मिलकर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से जला दिया गया है। मृतक के परिजनों की कथित संलिप्तता को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस एंगल को लेकर विवेचना की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि इस केस में और धराएं जोड़ी जा सकती हैं।