रायगढ़। जंगली जानवरों को फंसाने के लिए लगाए गए करंट प्रवाहित तार फैलाने वाले कुछ ग्रामीणों में से एक युवक खुद उस करंट के जाल में फंस गया और उसकी मौके पर मौत हो गई। सिर्फ यही नहीं इस मामले में आरोपियों ने मृतक के परिजनों के साथ मिलकर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से मृत युवक के शव को जंगल में एक नाला किनारे लकड़ी से जला दिया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने संगीन धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर 5 आरोपियों को हिरासत में लेते हुए कोर्ट में पेश करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। कापू थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले दूरस्थ क्षेत्र ग्राम इंचपारा इलाके में यह घटना हुई है। इस मामले में धरमजयगढ़ एसडीओपी सिद्धांत तिवारी ने फोन पर बताया कि इस केस में संलिप्त 5 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। और आगे की कार्यवाही की जा रही है।
इस मामले को लेकर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मर्ग जांच के दौरान पाया कि बीते दिनांक 14 सितंबर को करीब 08 बजे रात में सियाम्बर राठिया, रामनारायण राठिया, चनेश बसोड़, अलताफ राठिया और करन यादव ने मिलकर जंगली सुअर को बिजली करेंट से मारने के लिये सेंट्रिंग छड़ बांधने वाला तार को जंगल में बिछाया। इसमें बिजली खम्भा से करेंट प्रवाहित करने के लिये बांस के डंडा से बिजली तार में फंसा कर श्रीराम राठिया के खेत मेड़ तरफ से फैलाये हुये थे। घटनास्थल पर एक आम झाड़ के पास तार टूटने से रात करीब 9:30 बजे सियाम्बर राठिया के द्वारा तार को जोड़ाई कर रहा था। उसी समय बिजली करेंट से चिपकने से सियाम्बर राठिया की मौके पर मौत हो गई है। इस केस में पुलिस जांच में पाया गया है कि सियाम्बर राठिया, रामनारायण राठिया, चनेश बसोड़, अलताफ राठिया, करन यादव ने जानबूझ कर जीव जंतु या मावन जीवन को मृत्यु कारित होना संभाव्य जानते हुये भी बिना किसी सुरक्षा प्रबंध के फैलाए हुए करंट प्रवाहित सेंट्रिंग तार में चिपकने से सियाम्बार राठिया का मौत हो गई है। पुलिस रिर्पोट के अनुसार घटना के बाद आरोपितों ने एविडेंस छिपाने के उद्देश्य से मृतक सियाम्बर राठिया के शव को जला भी दिए हैं। इस मामले अपराध धारा 105, 238, 3 (5) बी.एन.एस. का घटित करना पाये जाने से कापू थाने में अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया है।
इस मामले को लेकर पुलिस रिर्पोट से में बताया गया है कि करंट लगने से सियाम्बर राठिया की मौके पर ही मौत हो जाने के बाद उसके साथी रामनारायण राठिया, करण यादव, चनेश बसोड़ और अल्ताफ राठिया मृतक के शव को उठाकर घर लाये तथा मृतक के परिवार के लोगो के साथ मिलकर मृतक के शव को कोरजा नाला के किनारे जंगल में लकड़ी से आग लगाकर जला दिए हैं।