भिलाईनगर। ‘फाइट द बाइट’ मच्छर उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जोन -1,वार्ड -8 कृष्णा नगर के लोधी पारा, डमरू पारा, शासकीय स्कूल एवं आसपास के श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र में राष्ट्रीय आजीविका मिशन (हृरुरू) से संबद्ध 18 स्वच्छता दीदियों द्वारा सामूहिक रूप से लगभग 629 घरों में घर घर गृह भेंट कर सर्वेलेंस सर्वेक्षण किया गया।गृह भेंट कर सर्वेक्षण के दौरान 117 कूलर ,3 पानी टंकी,120 कंटेनर, एवं 5 टायर में स्थित पुराने संग्रहित/जमाव पानी को खाली कराया गया।कृष्णा नगर में ही स्थित शासकीय स्कूल के सभी कमरों में मच्छर नियंत्रण हेतु निगम पंप द्वारा मैलाथियान का छिडक़ाव कार्य संपादित किया गया। स्कूल प्रांगण एवं बस्ती में नालियों के जमाव पानी में जला आइल का छिडक़ाव कार्य किया गया।सभी सर्वेक्षित घरों स्वच्छता दीदियों द्वारा जन समुदाय में जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से गीला -सूखा कचरा अलग अलग स्वच्छता मित्रों को देने,जल जनित मौसमी बीमारियों उल्टी -दस्त, टाइफाइड, डायरिया, पीलिया से बचाव के लिए पानी उबालकर ठंडा कर सेवन करने एवं बासी/खुले रूप से बाजार में रखे गए भोज्य पदार्थ का सेवन नहीं करने की समझाइश दी गई। घर घर गृह भेंट कर सर्वेलेंस सर्वेक्षण के दौरान आम नागरिकों को यह जानकारी दी गई कि मच्छर का जीवन काल 14 दिनों का होता है। सात दिन पानी में और सात दिन पानी से बाहर अर्थात् डेंगू के मच्छर लार्वा घरों के कूलर एवं संग्रहित कर खुले रूप से रखे गए पानी के स्रोतों जैसे टंकी, ड्रम, कंटेनर के भीतरी सतह में चिपके हुए रहते हैं जो कि अनुकूल परिस्थित में आते ही लार्वा के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं, इसके बाद यही लार्वा प्यूपा से मच्छर के रूप में विकसित होकर मानव शरीर को डंक मारकर हानि पहुंचाते हैं और डेंगू बीमारी का कारण बनते हैं। इस कारण ही सप्ताह में एक दिन रविवार के दिन ड्राई डे मनाते हुए संग्रहित किए गए पानी को अवश्य खाली कर/सूखा दिया करें एवं मच्छरदानी का उपयोग करें, बुखार आने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर खून जांच एवं उपचार कराएं जैसे आवश्यक स्वास्थ्य शिक्षा दी गई।