रायगढ़। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक का शेड इस कदर जर्जर हो चुका है कि बारिश होते ही सारा पानी प्लेटफार्म पर ही गिरने लगता है, जिससे यात्रा के लिए आए यात्रियों को खड़े होने की भी जगह नहीं मिलती है। ऐसे में कभी अपने सामानों को बचाने में लगे रहते हैँ तो कभी खुद को बचाते नजर आते हैं, इसके बाद भी रेलवे द्वारा कोई विशेष पहल नहीं हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि विगत कई माह से रायगढ़ रेलवे स्टेशन में सौंदर्यीकरण् का काम चल रहा है, लेकिन प्लेटफार्म का शेड जर्जर होने के कारण यहां से सफर करने वाले यात्री पूरी बरसात भर परेशान होते नजर आ रहे हैं। हालांकि एक नंबर प्लेटफार्म का शेड तो विगत दो सालों से जर्जर है, जिससे विगत दिनों रेलवे विभाग द्वारा खानापूर्ति करते हुए मेंटेनेंश किया गया था, लेकिन इसके बाद भी राहत यात्रियों को राहत नहीं मिल रही है। इस संबंध में यात्रा के लिए बैठे यात्रियों ने बताया कि शनिवार शाम को अचानक मौसम में बदलाव हुआ एकाएक तेज बारिश शुरू हो गई, जिससे पूरा प्लेटफार्म झरना बन गया था, ऐसे में यहां बैठे दर्जनों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इसकी जानकारी रेलवे के अधिकारियों को भी है, लेकिन इसके बाद भी इसके सुधार के लिए कोई खास पहल नहीं हो रहा है। वहीं दो दिन पहले भी तेज बारिश हुई तो यही स्थिति बनी थी। ऐसे में इस साल पूरी बरसातभर यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। ऐसे में अब यात्रियों का कहना है कि एक तरफ रेलवे विभाग द्वारा बड़े-बडे दावा किया जा रहा है कि स्टेशन के सौंदर्यीकरण में करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है, लेकिन करीब आठ माह बित जाने के बाद भी एक भी काम पूरा नहीं हो पाया है। जिससे स्टेशन पहुंचने ते ही परेशानी शुरू हो जाती है, और ट्रेन में चढऩे तक परेशान होना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि लगातार शिकायत के बाद के करीब माह भर पहले ही शेड का रिपेयर कराया गया था, लेकिन उसके बाद भी कुछ खास लाभ होता नजर नहीं आ रहा है। वहीं बताया जा रहा है कि जब से शेड का रिपेयर हुआ है, तब से पानी कुछ ज्यादा ही गिरने लगा है। जिससे यात्रियों को लगातार परेशान होना पड़ रहा है।
स्टेशन में चल रहे सौंदर्यीकरण के चलते यात्री प्रतिक्षालय भी विगत दो माह से टूटा पड़ा है। जिससे अब यात्रियों को प्लेटफार्म में ही बैठ कर ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में अब बारिश होते ही इनको न तो प्लेटफार्म में ही जगह मिल पा रहा है और न ही प्रतिक्षालय में जिसके चलते कभी सामान भीग जा रहा है तो कभी यात्री भीग रहे हैं। जिसको लेकर लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।
बारिश होते ही स्टेशन का प्लेटफार्म बन जाता है झरना
भीग कर ट्रेन पकडऩे को यात्री होते हंै मजबूर, रेलवे अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
