धरमजयगढ़। जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र अंतर्गत आने वाले छाल रेंज के जंगल में हाथी का एक शावक मृत अवस्था में मिला है। इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार छाल वन परिक्षेत्र के खर्रा एरिया के काजू बाड़ी नामक स्थान से हाथी शावक का यह शव बरामद किया गया है। मगंलवार को सुबह क्षेत्र के ग्रामीणों की नजर इस हाथी शावक को मृत अवस्था में देखा। जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी। इस मामले में अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस नवजात हाथी शावक का शव मृत अवस्था में मिला, यह शव गर्भ झिल्ली से पूरी तरह से लिपटा हुआ था। इस लिहाज से यह आशंका जताई जा रही है कि प्रसव पूर्व या प्रसव के दौरान अथवा समय से पहले जन्म होने की वजह से इस हाथी के नवजात शावक की मृत्यु हुई होगी। फिलहाल, वन विभाग के अधिकारियों द्वारा इस मामले पर आगे की जांच-पड़ताल की जा रही है।
इस मामले में मिली अतिरिक्त अधिकृत जानकारी के मुताबिक धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज अंतर्गत आने वाले कीदा बीट के 586 आरएफ में यह शव मिला है।
इस मामले की सूचना मिलते ही विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और आवश्यक कार्यवाही करते हुए मृत शिशु हाथी के शव को विधिवत दफन कराया गया। मगंलवार को जारी विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक़ वन मंडल क्षेत्र अंतर्गत वर्तमान समय में कुल 66 हाथी अलग अलग इलाकों में विचरण कर रहे हैं। वहीं, छाल रेंज में 24 हाथियों की हालिया मौजूदगी दर्ज की गई है। वहीं, हाथी प्रभावित इलाकों में सुरक्षा को लेकर धरमजयगढ़ वन विभाग द्वारा सभी विभागीय उपाय अपनाए जा रहे हैं।
वन विभाग ने कराया अंतिम संस्कार
उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ द्वारा वन परिक्षेत्राधिकारी छाल एवं अधिनस्थ वन अमलों के साथ घटना स्थल का मौका निरीक्षण किया गया। मौका निरीक्षण में आस-पास किसी प्रकार का कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अनुसार शावक (नवजात) हाथी उम्र 01 दिन की मृत्यु सामान्य स्वाभाविक मृत्यु होना पाया गया है। जिला स्तरीय गठित पशु चिकित्सक समिति के द्वारा मृत जंगली हाथी के शव का विच्छेदन वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों के समक्ष किया गया एवं विषरा जांच हेतु मृत हाथी के अंगों का सैम्पल तैयार किया गया। तत्पश्चात् विधिवत् गड्ढा खोदकर मृत हाथी के शव का कफन-दफन किया गया।
छाल के कीदा बीट में मिला मृत हाथी शावक
मौके पर पहुंचे आला अधिकारी, आगे की जांच जारी
