सारंगढ़। रा. अंधत्व निवारण कार्यक्रम के अंतर्गत दृष्टि हीनता के बचाव के लिए चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का एक हिस्सा जो नेत्रदान पखवाड़ा प्रत्येक वर्ष 25 अगस्त से 08 सितम्बर तक के बीच लोगों को जागरूक करने के लिए किया जाता है। दिनांक 2 सितंबर 24 को यह कार्यक्रम धर्मेश कुमार साहू कलेक्टर सारंगढ़ बिलाईगढ़ के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वा.अ. डॉ. एफआर निराला व खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर एल सिदार के कुशलनेतृत्व में प्रास्वा. केंद्र गोड़म के अंतर्गत केपी महाविद्यालय बँधापाली में डॉ प्रभु दयाल खरे नोडल आरबीएसके .डॉ नम्रता मिंज व गीता कुमार मनहर, नेत्रस. अधिकारी के द्वारा आंखों की सामान्य बीमारी नेत्रदान के बारे में विस्तार से जानकारी दिया। जैसा की हमारे नेत्रदान करने से दो दृष्टिहीन व्यक्ति के जवीन में रोशनी आ सकती है।
सामान्यत: 5 से 60 वर्ष की हर व्यक्ति की आंखे दान के लायक होती है। परिस्थिति जैसे रेबीज, टिटनस, एडस, ब्लड कैंसर, आंखों का कैंसर सेप्टीसीमिया, हेपेटाइटिस, सिफलिस, तपेदिक,लेप्रोसी, सर्पदंश, जहर खुरानी, जल कर मरने व पानी मे डूबकर मरने से मृत्यु होने पर आंखे दान के उपयुक्त नही होते। नेत्रदान केवल मृत्यु के बाद किया जाता है। नेत्रदान का लाभ कैसे ले कार्निया ओपेसिटी के मरीज नेत्र विशेषज्ञ से परीक्षण करने से पता चलता है कि नेत्रदान का लाभ मिल सकता है या नही। अधिक से अधिक लोग आंखों की दान करें और छात्र छात्राओं को स्वास्थ्य शिक्षा दिया गया। इस कार्यक्रम में प्रास्वा. केंद्र गोड़म के प्रभारी अधिकारी ओमप्रकाश कुर्रे, आरएमए जयप्रकाश पटेल, आरएचओ उपस्वा केंद्र मल्दा ब रेखा चौधरी आरएच्ओ माधोपाली नेत्र सहा. अधि. दिलेश्वर साहू व केपीमहा. के संचालक पुरुषोत्तम पटेल, प्राचार्य संतोष पटेल व स्कूल के स्टाफ का सहयोग रहा। छात्र छात्राओं के बीच मे नेत्र दान पखवाड़ा प्रश्नोत्तरी प्रति. कराया गया। जिसमें प्रथम कु. पुष्पा पटेल, द्वितीय कु. शीतल पटेल, तृतीय खुशबू पटेल स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र के साथ कलम देकर पुरस्कृत किया गया।