रायगढ़। जिले में सडक़ के लिए 6 गांव के ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं। शुक्रवार से धरने पर बैठे ग्रामीणों को 30 घंटे से भी ज्यादा का समय हो चुका है। उनका कहना है कि, जब तक रोड पूरी तरह सुधर नहीं जाती आंदोलन जारी रहेगा। जिले के गारे गांव में पुरुषों के साथ महिलाएं और स्कूली छात्र भी धरने पर बैठे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि, 12 किलोमीटर तक की सडक़ में जगह-जगह कीचड़ ही कीचड़ है। कई बार सडक़ पार कर रहे बच्चे गिर जाते हैं। स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही है। शुक्रवार से यह आंदोलन चल रहा है, तमनार ब्लॉक के गारे में सुबह करीब 9 बजे से ग्रामीण स्कूल के सामने जमा हुए। इस आंदोलन में गारे, पाता, सराईटोला और मुड़ागांव के लोग शामिल हैं। जब लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार को इसकी जानकारी लगी, तो वे भी ग्रामीणों के इस आंदोलन में साथ देने पहुंच गईं। यहां विधायक स्कूली बच्चों के साथ धरने पर बैठ गईं। दोपहर बाद तहसीलदार और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाया, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। ग्रामीणों का कहना है कि, कपंनियों के ओर से मेंटनेंस का काम शुरू तो किया गया है पर वे इससे संतुष्ट नहीं हैं।
धरनास्थल के पास बना रहे खाना
ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया है। ऐसे में रात भर कई ग्रामीण यहीं रहे, तो सुबह होने के बाद आंदोलनकारियों की संख्या बढ़ गई और शनिवार को करीब 200 लोग धरने में शामिल हो गए। ऐसे में खुले आसमान के नीचे धरनास्थल के पास ही सभी लोगों के लिए खाना भी बनाया गया। दोपहर में खाना खाकर सभी अपना आंदोलन जारी रखे हैं। गांव के ग्रामीण महेश पटेल ने बताया कि कई ग्रामीणों की जमीन पर उद्योगों की ओर से मिट्टी भी डाल दी जा रही है। ऐसे में सडक़ सुधार के साथ ही उन मिट्टी को भी उठवाने की मांग है। ऐसे में मजबूरन ग्रामीणों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। गारे में स्कूल आने जाने में छोटे बच्चों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आंदोलन में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता राजेश त्रिपाठी ने कहा कि अगर कोई गर्भवती या मरीज को इस रोड से अस्पताल ले जाया जाता है तो खराब सडक़ के कारण वे रास्ते में ही दम तोड़ देंगे। तमनार एसडीएम डीसी मौर्य ने बताया कि सडक़ के मेंटनेंस का काम पूरा कर लिया गया है। सडक़ों से कीचड़ और मिट्टी को हटा दिया गया है, ताकि आने जाने की सुविधा हो। बारिश में नया रोड नहीं बन सकता। क्षेत्र की सभी कंपनियों को अक्टूबर से नया रोड बनाने निर्देशित किया गया है।