खरसिया। साँवडिय़ा परिवार खरसिया द्वारा पितृमोक्षार्थ संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 25 से 31 अगस्त तक कन्या विवाह भवन में किया जा रहा है भागवत कथा के चतुर्थ दिवस गजेंद्र मोक्ष समुद्र मंथन वामन अवतार राम अवतार एवं श्री कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग का वर्णन करते हुए कथा वाचक श्री हित ललितवल्लभ नागार्च महाराज जी भागवत प्रेमी श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया।
गोकुलधाम में जिस प्रकार भगवान श्री कृष्ण के जन्म पर उत्सव मनाया गया इस प्रकार आज खरसिया नगर में भी भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया आयोजक साँवडिय़ा परिवार द्वारा उपस्थित भक्तों के बीच जन्मोत्सव के बीच माखन की मटकी मिश्री मावा मिठाइयां बाल श्रोताओं को खिलौने चॉकलेट बधाई के रूप में बाटी गई बधाइयां पकड़ और श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त कर खरसिया की भागवत प्रेमी जनता धन्य हो गई। श्री कृष्ण जन्मोत्सव का सजीव चित्रण नाट्य कलाकारों द्वारा किया गया श्री कृष्ण जन्मोत्सव में श्रोता भाव विभोर होकर झूमते नाचते नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गाते हुए झूम रहे थे ऐसा प्रतीत होता था मानो संपूर्ण कथा स्थल ही गोकुलधाम बन गया है। महाराज श्री भागवत रत्न की उपाधि से अलंकृत है 25 अगस्त से 31 अगस्त तक खरसिया में श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन साँवडिय़ा परिवार के खरसिया, रायगढ़, अम्बिकापुर, मचिदा, पुसौर और रायपुर के परिवार द्वारा आयोजित की जा रही है। कथा के चौथे दिवस ललितवल्लभ नागार्च जी कृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहते है राजा कंस ने देवकी का विवाह अपने बचपन के मित्र वसुदेव जी के साथ करवाया। देवकी कंस की लाडली बहन थी कंस ने विवाह के पश्चात देवकी और वासुदेव को खुद रथ का सारथी बनकर इनको इनके घर छोडऩे जा रहा था रास्ते में आकाशवाणी होती है रे मूर्ख कंस जीस बहन को तू विदा करने जा रहा है उसका आठवां पुत्र तेरा काल होगा कंस ने विचार किया जब बहन ही नहीं रहेगी तो भांजा कहां से आएगा कंस ने जैसे ही देवकी को मारने के लिए तलवार उठाई वासुदेव जी ने रोक दिया और कहां आपको विश्वास दिलाता हूं देवकी की आठवीं संतान मैं तुझे लाकर दूंगा कंस मान गया परंतु कंस ने वासुदेव और देवकी के एक-एक कर 6 बच्चे का वध कर दिया जब सातवां बच्चा देवकी के गर्भ में पल रहा था तो मां योगमाया की कृपा से देवकी की सातवीं संतान को वासुदेव की पहली पत्नी रोहिणी के गर्भ में स्थापित कर दिया। आठवें पुत्र की तैयारी हुई कंस ने मथुरा सहित कारागार की सुरक्षा बढ़ा दी पूरा ब्रह्मांड भगवान कृष्ण के जन्म को लेकर आतुर हो रहा था आनंदित हो रहा था देवतागण स्वागत व स्तुति करने कारागार में आने लगे है। भादो में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि दिन बुधवार रात्रि को प्रभु जन्म लेकर आये और कहां हमे गोकुल लेकर चलो गोकुल में जिस कन्या का जन्म हुआ उसे कारागार में लेकर आएंगे सभी पहरेदार सो गए कारागार के द्वार खुल गए वसुदेव जी भगवान स्वरूप बालक को लेकर गोकुल की और चल दिये। खरसिया में भागवत कथा का श्रवण करने दूर- दूर से लोग आ रहे है।
भागवत कथा चतुर्थ दिवस श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग गोकुलधाम बना खरसिया नगर
आयोजक साँवडिय़ा परिवार ने कृष्ण जन्मोत्सव पर बाटी बधाइयां माखन मिश्री चॉकलेट खिलौने
