रायगढ़। जिले में एक बार फिर से जंगली हाथियों का उत्पात शुरू हो चुकी है। बीती रात धान और चावल खाने की तलाश में एक हाथी गांव में घुसकर दो ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया है। उक्त मामला धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बीती रात तकरीबन दो बजे धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम खडगांव में एक नर हाथी अपने दल से अलग होकर गांव जा पहुंचा जहां धान और चावल की तलाश करते हुए यह हाथी दो ग्रामीण अकुल साहू और लीला बाई के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया है। देर रात में अचानक गांव में हाथी घुसने से गांव के गांव में अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। गावं में काफी देर विचरण करने के पश्चात यह हाथी मक्का की फसल को नुकसान पहुंचाते हुए वापस जंगल की ओर चला गया।
14 किसानों की फसलों को नुकसान
बीती रात धरमजयगढ़ वन मंडल में जंगली हाथियों ने 14 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया हैं जिसमें कोयलार में 1 किसान की धान की फसल, छपराडांड में 06 किसानों की धान की फसल, मदनपुर में दो किसानों के धान की फसल व मंूगफली की फसल, पुरूंगा में 3 किसानों की धान की फसल के अलावा खडगांव में 2 किसानों की धान की फसल को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है।
14 हाथी पहुंचे तमनार
एक जानकारी के मुताबिक लैलूंगा परिक्षेत्र के कहरचुंवा परिसर में विचरण कर रहे 14 हाथियों का दल हल्दीझरिया में 06 किसानों की और तोलगे परिसर में 09 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाते हुए तमनार परिक्षेत्र की ओर चला गया है। जिससे इस क्षेत्र के ग्रामीणो को अलर्ट कर दिया गया है
बीटगार्ड को दौडाया हाथी
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में हाथी आने की सूचना उनके द्वारा वन विभाग के अधिकारियो को दी जिसके बाद वन विभाग के कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे और फिर हाथी को जंगल की तरफ खदेडने लगे। इसी बीच हाथी ने पलटकर एक बीट गार्ड शिवा ठाकुर को कुछ दूर तक दौडाया जिससे बमुश्किल उसकी जान बच सकी।
दो दिन पहले 4 घरों को तोड़ा
गांव के ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक यही हाथी दो दिन पहले धरमजयगढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले दर्रीडीह और खलबोरा में भी जमकर उत्पात मचाते हुए एक ही रात में चार ग्रामीणों के घरों को तोडने की जानकारी मिली है। साथ ही साथ कोयलार में एक ग्रामीण की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया गया है।
जिले में 124 हाथी
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इन दिनों रायगढ़ जिले के जंगलों में 124 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण कर रहे हैं जिसमें 38 नर हाथी, 53 मादा हाथी के अलावा 33 शावक शामिल है। हाथियों के दल में सबसे अधिक हाथी रायगढ़ वन मंडल के घरघोड़ा के कया में 29 हाथी, तमनार के हिंझर में 21 हाथी, खरसिया के बरगढ़ में 14 हाथी, बंगुरसिया में 10 हाथी, धरमजयगढ़ वन मंडल के कापू के कुमरता में 12 हाथी, छाल के पुरूंगा में 11 हाथी, बेहरामार में 8 हाथी के अलावा दोनों वन मंडलों के अलग-अलग बीट में हाथी विचरण कर रहे हैं।