जशपुरनगर। जिला दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र और सघन वन क्षेत्र से घिरा हुआ है और यह इस जिले की भौगोलिक विशेषता भी है। अपने इस भौगोलिक विशेषता के कारण एक ओर जहां जिला प्राकृतिक सौंदर्य और जलवायु के लिए प्रदेश में जाना जाता है। वहीं इसकी भौगोलिक स्थिति के कारण दूर-दराज के लोगों को अपने गांवों और बसाहटों से तहसील एवं जिला मुख्यालयों तक पहुंचना पहले किसी चुनौती से कम नहीं था। लेकिन अब प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना, पीएम जनमन योजना और महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत बेहतर ढंग से मूलभूत सुविधाएँ जिले के पहाड़ी कोरवा बाहुल्य गांवों, बसहटों तक आसानी से पहुंच रही है।
पहाड़ी कोरवा बाहुल्य गांव डुमरटोली से बाचाटोली तक बनी सडक़जनपद पंचायत बगीचा में ग्राम पंचायत सन्ना पहाड़ी कोरव बाहुल्य क्षेत्र है, इस ग्राम पंचायत के बलादरपाठ जो कि अत्यंत दुर्गम एव पहाड़ी क्षेत्र में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत द्वितीय श्रेणी सडक़ निर्माण कार्य डुमरटोली से बाचाटोली तक स्वीकृत किया गया। स्वीकृति के पहले पहाड़ी कोरवा बस्ती तक बारिश के मौसम में पहुंच पाना मुश्किल होता था। ऐसे में वर्तमान में लगभग 2000 मीटर द्वतीय श्रेणी सडक़ डुमरटोली से बाचाटोली टोली तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
जिले के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में सडक़ों का निर्माण हो रहा। इन ग्रामों में भी पक्की सडक़ का निर्माण किया जाना है। जिससे 47 पहाड़ी कोरवा परिवार जिनकी जनसंख्या लगभग 100 से अधिक है। अब उन्हें मुख्य धारा से जोडऩे में एवं शासन की महत्वपुर्ण योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में अत्यधिक लाभदायक हो रहा है। ग्रामीणजन को आवागमन की सुविधा हो रही है, एम्बुलेंस जैसे अति महत्त्वपूर्ण वाहन पहाड़ी कोरवा बस्ती तक आसानी से पहुंच रहे है। इसके लिए ग्रामीणों अत्यंत खुश हैं और शासन-प्रशासन का आभार जताया है।