रायगढ़। जिला मुख्यालय के हृदय स्थल में स्थित गौरीशंकर मंदिर में जन्माष्टमी त्योहार काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। यहां 5 दिनों तक जन्माष्टमी मेला लगता है। आज से मंदिर में मेले का शुभारंभ किया गया। गौरीशंकर मंदिर की स्थापना साल 1950 में हुई, फिर 2 साल बाद मंदिर में जन्माष्टमी बनाए जाने लगा।
इस बार भी मंदिर में करीब 50 झांकियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। यह स्वचालित झांकी पौराणिका कथाओं पर आधारित है। इसमें भगवान कृष्ण के लीला का भी वर्णन है। इन झांकियों को बनाने कोलकाता के कारीगर करीब एक महीने से तैयारी में लगे हुए हैं, तो कुछ झांकियां कोलकाता से लाए गए हैं।
रात 12 बजे होता है भगवान कृष्ण का जन्म
मंदिर के ट्रस्टी ने बताया कि गौरीशंकर मंदिर में 26 अगस्त सोमवार की रात 12 बजे कृष्ण जन्माष्टमी मनाया जाएगा। इससे पहले भगवान का आकर्षक रूप में श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद मंदिर में विधिविधान के साथ पूजा अर्चना कर भगवान कृष्ण का जन्म होगा। जिसके बाद प्रसाद वितरण किया जाता है। कृष्णजन्मोत्सव का प्रसाद भी अलग तरह का होता है। जिसमें फलों के अलावा धनिया मिक्स चूरमा व पंचामृत का प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया जाता है।
कई जिलों से आते हैं श्रद्धालु
गौरीशंकर मंदिर का जनमाष्टमी रायगढ़ ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी काफी प्रसिद्ध है। ऐसे में यहां ओडिशा के साथ ही जांजगीर चांपा जिला, सांरगढ़, जशपुर, सक्ती, चंद्रपुर के अलावा दूर दराज से श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं। जन्माष्टमी के दिन रात भर लोगों की चहल पहल सडक़ों पर होती है।
सुरक्षा के खास इंतजाम
बताया जा रहा है कि कृष्ण जनमाष्टमी को लेकर सुरक्षा के भी बेहतर इंतजाम किए गए हैं। गौरीशंकर मंदिर में बैरिकेट लगाया गया है, तो जगह जगह सीसीटीवी कैमरे हैं और पुलिस प्रशासन का भी सहयोग लिया गया है। ऐसे में हर जगह पुलिस के जवान अप्रिय स्थिति से निपटने तैनात रहेंगे।
5 दिनों तक लगता है मेला
सेठ किरोड़ीमल चैरिटी ट्रस्ट के ट्रस्टी राजेश मोड़ा ने बताया कि, 24 से 28 अगस्त तक मंदिर मेला रहेगा। इस बार झांकियों में कोई भी रिपीट झांकी नहीं है। नए झांकी तैयार किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। रायगढ़ का जन्माष्टमी मेला कई राज्यों में प्रसिद्ध है।
25, 26, 27 को प्रतिबंध मार्ग व पार्किंग स्थल
जन्माष्टमी मेले के दौरान शहर में यातायात व्यवस्थित करने के लिए 25, 26 और 27 अगस्त को प्रात: 10:00 बजे से रात्रि 12:00 बजे तक गद्दी चौक। कोस्टापारा चौंक। सिल्वर पैलेस तिराहा। शहीद चौक। गांधी प्रतिमा के सामने। न्यू मार्केट तिराहा। सारंगढ़ चौक। गोगा राइस मिल। इन चौंक से श्याम मंदिर और गौरी शंकर मंदिर की ओर जाने वाले दो पहिया और चार पहिया पूर्णत: प्रतिबंधित रहेंगे।
अस्थायी 05 पार्किंग
ईतवारी बाजार- हमीरपुर और चक्रधर नगर से आने वाले चार पहिया/दुपहिया वाहन के लिए।
मरीन ड्राइव – छातामुड़ा चौक से आने वाले चार पहिया/दुपहिया वाहन के लिए।
गांधी गंज- कोतरारोड़ की ओर से आने वाले चार पहिया/दुपहिया वाहन के लिए।
स्वामी आत्मानंद विद्यालय, नटवर स्कूल मैदान- कोतरारोड़ की ओर से आने वाले चार पहिया/दुपहिया वाहन के लिए।
रामलीला मैदान- घरघोड़ा, तमनार की ओर से आने वाले चार पहिया/दुपहिया वाहन के लिए।
वन-वे पांइट
हंडी चौक को वन वे घोषित किया गया है, हंडी चौक से सुभाष चौक की ओर वाहनों का जाना प्रतिबंधित रहेगा।
आगंतुकों से विनम्र अपील
निर्धारित ट्रैफिक प्रतिबंधों और पार्किंग व्यवस्थाओं का पालन करें। सभी से अनुरोध है कि अस्थायी पार्किंग स्थलों का उपयोग करें और प्रतिबंधित क्षेत्रों में वाहनों को न ले जाएं। आपके सहयोग से हम सभी प्रतिवर्ष की भांति सुरक्षित और आनंदमय जन्माष्टमी मेला उत्सव सुनिश्चित कर सकते हैं।
विनीत : जिला पुलिस रायगढ़
गौरीशंकर मंदिर में 72 साल से मनाया जा रहा जन्माष्टमी पर्व
5 दिन तक झांकियों का होगा प्रदर्शन, दूसरे राज्यों से भी पहुंचते हैं श्रद्धालु
