रायगढ़। साइबर ठगी के खिलाफ बड़ा अभियान चलाते हुए रायगढ़ पुलिस ने 75 लाख की साइबर ठगी के मामले में 14 आरोपियों को पकड़ा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में मोबाईल फोन, एटीएम, बैंक पासबुक के अलावा नदगी रकम बरामद किया है। आरोपियों के द्वारा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की डीलरशिप के नाम हुई थी ठगी की घटना को अंजाम दिया था।
मिली जानकारी के मुताबिक खरसिया थाना क्षेत्र में एक बड़े साइबर ठगी मामले का पर्दाफाश करते हुए रायगढ़ पुलिस ने 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी में संलिप्त एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह के 14 सदस्यों को बिहार की राजधानी पटना के अलावा अलग- जिलों से गिरफ्तार किया है। रायगढ़ पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले 40 मोबाइल, 49 एटीएम, बैंक पासबुक और नकदी रूपये बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में एक पोस्टमैन सहित एक युवती भी शामिल थी। आरोपियों के द्वारा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की डीलरशिप के नाम खरसिया के एक व्यवसायी से ठगी की घटना को अंजाम दिया गया था।
फेसबुक में विज्ञापन देखा था पीडि़त
रायगढ़ एसपी दिव्यांग पटेल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में संपूर्ण घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पीडि़त व्यवसायी ने करीब डेढ से दो माह पहले इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की डीलरशिप के लिए फेसबुक पर एक विज्ञापन देखा और दिए गए नंबर पर संपर्क किया।
खरसिया थाने में दर्ज हुआ था अपराध
कॉलर ने खुद को कंपनी का प्राधिकृत कर्मचारी बताया और धीरे-धीरे पीडि़त से विभिन्न शुल्कों के नाम पर 75 लाख रुपये ठग लिए। जब डीलरशिप नहीं मिली और आरोपियों ने और पैसे की मांग की, तब व्यवसायी को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने खरसिया थाना में शिकायत दर्ज कराई। थाना खरसिया में अज्ञात मोबाइल धारकों के विरूद्ध धारा 318, 61(2)(ए) पंजीबद्ध किया गया।
साप्ताह भर तक चला आपरेशन
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। घटना के 24 घंटे के अंदर इस 9 सदस्यीय टीम ने बिहार में कई स्थानों पर छापेमारी की और एक हफ्ते चले इस लंबे ऑपरेशन में बैंक खातों की जांच, मोबाइल नंबरों के विश्लेषण और बैंक सीसीटीवी फुटेज खंगाले।