रायगढ़। विगत दिनों कोलकाता मेडिकल कालेज की छात्रा से रेप व हत्या के विरोध में इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन (आईएमए) के आव्हान पर शनिवार को सुबह 6 बजे से जिले के सभी सरकारी व प्रायवेट डाक्टर सहित नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर चले गए थे, जिससे जहां प्रायवेट अस्पताल व क्लिीनिकों में ताला लटक गया था वहीं सरकारी अस्पतालों की ओपीडी सेवाएं ठप हो गई थी। जिससे उपचार कराने आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, हालांकि आपात कालीन सेवाएं जारी थी, जिससे गंभीर मरीजों को काफी राहत मिली। वहीं शाम होते ही डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ द्वारा शहर में कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया गया।
उल्लेखनीय है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज के चौथे फ्लोर पर स्थित सेमीनार हाल में मेडिकल कालेज की चेस्ट मेडिसिन पोस्ट ग्रेजुएट छात्रा से विगत 13 अगस्त की रात में रेप के बाद हत्या करने के मामले को लेकर जहां पूरे देश में हाहाकार की स्थिति बनी हुई है तो वहीं इंडियन मेडिकल एसोएिशन (आईएमए) के आव्हान पर रायगढ़ जिले के स्वास्थ्य सेवाएं 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया था। जिससे सुबह 6 बजे से जहां प्रायवेट अस्पताल व क्लिीनिकों में ताला लटक गया था, वहीं मेडिकल कालेज अस्पताल में ट्रेनी डाक्टर व स्टाफ हड़ताल पर थे, जिससे सीनियर डाक्टरों द्वारा ओपीडी तो चालू किया गया था, लेकिन करीब एक घंटा बाद ही सभी डाक्टरों ने एकजुट होकर मेडिकल कालेज के डीन व एमएस को ज्ञापन सौंपते हुए काम बंद कर दिया, साथ ही सभी डाक्टर अस्पताल के बाहर खड़े होकर विरोध जताते हुए मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया और आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी कारवाई की मांग की। इसके साथ ही उक्त घटना के बाद 14 अगस्त को भी मेडिकल छात्रों द्वारा मेडिकल कालेज कंपाउंड में कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया था, साथ ही उसी दिन से काली पट्टी लगाकर काम कर रहे थे। गौरतलब हो कि शनिवार को सुबह से ही प्रायवेट अस्पताल व क्लिीनिक बंद होने से उपचार कराने आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं कई मरीज के परिजनों तो काफी समय तक इस अस्पताल से उस अस्पताल का चक्कर लगाते रहे, बाद में जब पता चला तो जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचे, जहां उनको इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकी।
आपात कालिन में लगी रही भीड़
शासकीय अस्पतालों का ओपीडी सुबह से ही बंद हो जाने के कारण केजुअल्टी विभाग में मरीजों की भीड़ लग गई थी। हालांकि ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों द्वारा इनका उपचार किया गया, लेकिन इस दौरान सबसे ज्यादा गंभीर मरीजों पर फोकस किया जा रहा था, ताकि इनको परेशानी न हो, ऐसे में शनिवार को मेडिकल कालेज व जिला अस्पताल के आपात कालिन कक्ष के सभी बेड फुल हो गए थे।
शनिवार को अचानक मेडिकल कालेज अस्पताल का ओपीडी बंद होने से उपचार के लिए पहुंचे मरीज व परिजन घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन जब उनको पता चला कि आज इनका उपचार नहीं हो पाएगा, जिससे कुछ मरीज तो वापस हो गए, लेकिन जो मरीज गंभीर थे, उनको चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। जिससे दूर-दराज से आने वाले मरीज व परिजनेां को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर में निकली मशाल रैली
शनिवार को पूरे दिन स्वास्थ्य सेवाएं बंद रहने के बाद शाम करीब 6 बजे जिला अस्पताल से डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ द्वारा विशाल कैडल रैली निकाली गई। इस दौरान शहर के सभी प्रायवेट अस्पताल के भी डाक्टर व स्टाफ शामिल थे। जो जिला अस्पताल से निकलकर रामनिवास टाकीज होते हुए सुभाष चौक होकर एसपी आफिस के पास गांधी प्रतिमा पहुुंचे और वहां पर कैंडल जलाकर मृत आत्म की शांती के लिए प्रार्थना किया, उसके बाद यह रैली पूरे शहर में भ्रमण करते हुए वापस आई।