रायगढ़. विगत चार-पांच दिनों से बारिश बंद होते ही उमस व गर्मी बेहाल करने लगा है, जिसका असर अब लोगों के सेहत पर पड़ रहा है। जिससे जिला अस्पताल व मेकाहारा में हर दिन औसतन 20 से 25 मरीजों को तेज बुखार के चलते भर्ती करने की स्थिति बन रही है। हालांकि तीन से चार दिन में लोग स्वस्थ भी हो जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विगत 15 दिनों तक जिले में लगातार बारिश होने से मौसम काफी खुशनुमा हो गया था, लेकिन विगत चार-पांच दिनों से बारिश पूरी तरह से बंद हो गई है, हालांकि सुबह से कभी तेज धूप तो कभी बादल होने के कारण मौसम में उमस का माहौल बन गया है, जिससे लोगों को न तो घर में ही चैन मिल रहा है और न ही बाहर, जिसके चलते सेहत पर असर पडऩे लगा है। वहीं देखा जा तो इन दिनों ज्यादातर लोग वायरल फिबर के चपेट में आ रहे हैं, जिससे तेज बुखार होने के कारण भर्ती करने की नौबत आ जा रही है। ऐसे में इन जिला अस्पताल में कम बेड होने के कारण यहां करीब सप्ताहभर से वार्ड फुल चल रहा है। साथ ही मेडिकल कालेज अस्पताल में भी लोग सुबह से ही कतारबद्ध होते नजर आ रहे हैं। इन मरीजों में ज्यादातर उल्टी-दस्त व सर्दी-बुखार के मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। वहीं विभागीय कर्मचारियों के अनुसार इन दिनों जिले में डेंगू का प्रकोप ज्यादा चल रहा है, जिससे लोगों को बुखार आते ही यह भय सताने लगता है कि कहीं डेंगू न हो गया हो, जिसके चलते लोग तत्काल अस्पताल पहुंच कर जांच करा रहे हैं, जिसमें ज्यातार टाईफाइड की शिकायत आ रही है।
गौरतलब हो कि जब से मौमस में बदलाव हुआ है तब से जिला अस्पताल में ओपीडी बढ़ गया है, ऐसे में बताया जा रहा है कि यहां सुबह-शाम अस्पताल खुलने के कारण हर दिन करीब 300 से 350 तक ओपीडी हो रहा है। जिसमें करीब 20 से 22 आईपीडी के मरीज आते हैं, जहां से 7-8 मरीजों को अधिक उल्टी-दस्त व तेज बुखार आने के कारण भर्ती करना पड़ रहा है, लेकिन तीन से चार दिनों तक उपचार के बाद लोग स्वस्थ हो जा रहे हैं।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मौसम में उतार-चढ़ाव के चलते इन दिनों मेडिकल कालेज अस्पताल में साढ़े तीन सौ से साढ़े सात सौ तक ओपीडी मरीज पहुंच रहे हैं जिसमें से हर दिन अलग-अलग बीमारी के करीब 70 से 80 मरीजों को भर्ती करने की स्थिति रहती है, लेकिन जब से मौमस में बदलाव हुआ है तब से सर्दी-बुखार व उल्टी-दस्त के करीब 10 से 15 मरीज भर्ती हो रहे हैं। वहीं बताया जा रहा है कि तेज बुखार आने के कारण समस्या बढ़ रही है, लेकिन नियमित जांच व बेहतर उपचार के चलते तेजी से सेहत में सुधार भी हो रहा है।
सेहत का रखे ध्यान
इस संबंध में अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि इन दिनों उमस भरी गर्मी से बचते हुए लोगों को खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि सडक़ किनारे बिक रहे खाद्य पदार्थों में शुद्धता न होने के कारण उल्टी-दस्त व टाईफाइट जैसी समस्या आ रही है। जिसको देखते हुए इन दिनों खासकर पीने की पानी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। तभी बिमारियों से बचा जा सकता है। साथ ही बासी भोजन का सेवन सेहत के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।