रायगढ़। श्रावण मास के चौथे व अंतिम सोमवारी को लेकर रविवार को रेलवे स्टेशन में सुबह से ही कावंडिय़ों की भारी भीड़ लगी हुई थी। जिससे पूरा स्टेशन भगवामय हो गया था। इस दौरान ट्रेन आते ही बोल बम के नारे के साथ कांवडिय़ों का हुजुम ट्रेन में चढऩे के लिए टूट पड़ रहे थे, जिससे ट्रेन के एसी बोगी से लेकर स्लीपर तक में जनरल बोगी की तरह नजर आ रहा था।
उल्लेखनीय है कि श्रावण मास में भगवान शिव की पूजन का विशेष महत्व होता है। जिसको लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह नजर आ रहा है। ऐसे में इस बार 12 अगस्त को पडऩे वाले चौथा व अंतिम सोमवार होने के कारण रविवार को सुबह से कांवडिय़ों की भीड़ लगी हुई थी। इस दौरान स्टेशन पहुंचे कावंडिय़ों का कहना था कि पहला व अंतिम सोमवार को ज्यादा मान्यता रहता है, जिसके चलते इस बार शिवालयों में काफी भीड़ होगी। साथ ही भोलेनाथ को जलाभिषेक करने से मान्यता पूरी होती है, इसी को लेकर इन दिनों जिला मुख्यालय सहित आसपास के दर्जनों गांव से लगातार कांवडिय़ों का जत्था कोई देवघर तो कोई घोघड़ धाम के लिए लगातार रवाना हुए हैं। साथ ही इनका कहना था कि पांचवा सोमवार के दिन पूर्णिमा होने के कारण उस दिन रक्षाबंधन का त्यौहार पड़ रहा है। जिसके चलते इस दिन जाने से कतरा रहे हैं। इसके चलते इस बार 12 अगस्त को पडऩे वाले सोमवार को जलाभिषेक करना है। वहीं रविवार को स्टेशन पहुंचने वाले लगभग सभी भक्त घोघड़ धाम व तुर्रीधाम जाने के लिए निकले थे। इस दौरान सुबह करीब 11.30 बजे उत्कल एक्सप्रेस आई तो उसमें सैकड़ों की संख्या में शिव भक्त सवार हो गए, जिससे एसी से लेकर स्लीपर व जनरल बोगी फुल होने के बाद भी बड़ी संख्या में लोग नहीं चढ़ पाए, जिससे इसके पिछे आने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस का इंतजार करने लगे। वहीं जब दोपहर करीब एक बजे जब दुर्ग से चलकर आरा तक जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस स्टेशन पहुंचने वाली थी, तब आधे से ज्यादा कावंडिय़ों का जत्था दो नंबर लाईन पर खड़ी हो गई, वहीं बड़ी संख्या में लोग एक नंबर प्लेटफार्म में पर खड़े थे और जैसे ही ट्रेन रूकी चढऩे की होड़ मच गई। जिससे यह ट्रेन भी पूरी तरह से पैक हो गई, लेकिन इसके बाद भी दर्जनों की संख्या में महिला कावंडिय़ा नहीं चढ़ पाए।
आम यात्रियों को हुई समस्या
गौरतलब हो कि रविवार को दूर-दराज सफर करने वाले यात्री पहले से टिकट कराकर सवार हुए थे कि आराम से सफर कर पाएंगे, लेकिन कावंडिय़ों के चलते इनको खुद के सीट पर बैठने की जगह नहीं मिली, जिससे इनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई यात्रियों द्वारा इसकी शिकायत भी की गई, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में भीड़ चढ़ जाने के कारण इनको किसी प्रकार की राहत नहीं मिल सकी, जिससे पूरी सफर इनको परेशानी का सामना करना पड़ा।
अंडर लोडिंग चलाएंगे गाड़ी
इस दौरान प्रदर्शन कर रहे ट्रांसपोर्टरों का कहना था कि अब उनकी गाडिय़ां ओवर लोड होकर नहीं निकलेगी, सभी गाडिय़ां अंडर लोड चलेगी, साथ ही इनको 900 रुपए टन के हिसाब से किराया दिया जाए, साथ ही कांटा पर हर दिन जो नियम में बदलाव किया जा रहा है उसको बंद किया जाए, तब वे यहां से गाडिय़ां से चलाएंगे। साथ ही छत्तीसगढ़ ऐसोसिएशन रायगढ़ के सदस्यों का कहना था कि जब तक इनकी मांगे पूरी नहीं होगी उनकी गाडिय़ां खड़ी रहेगी, इस दौरान अगर बाहर से गाडिय़ां आती तो इसका जमकर विरोध करते हुए नहीं चलने दिया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान इनकी रही उपस्थित
ओवर लोडिंग के विरोध में प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से राजू गुप्ता, मुकुंद गुप्ता, सोनू सिंह चौहान, बंटी अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, करण अग्रवाल (चौधरी), शुभम् अग्रवाल, अमित अग्रवाल, अखिल अग्रवाल, निहाल अग्रवाल, गौतम सोनी, साकिब भईया, मनोज नायक, प्रवीण रुंगटा, मनोज यादव, देवेंद्र खत्री (पहलवान) सहित बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्ट मौजूद रहे।