रायगढ़। आज का दिन रायगढ़ के आर्थिक जगत के लिये विशेष महत्व का दिन है क्योंकि आज इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (आईसीआईए) की रायगढ़ ब्रांच का विधिवत शुभारंभ होने जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारतीय इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, नई दिल्ली द्वारा इस हेतु अधिसूचना जारी की गयी थी।
विदित हो कि इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स , भारत सरकार के कॉर्पोरेट मंत्रालय के तहत काम करने वाला देश का सबसे बड़ा लेखा निकाय है। देश में अकॉउंटेंसी पेशे के विनियमन एवं विकास के उद्देश्य से भारतीय संसद द्वारा ‘चार्टर्ड अकाउंटेंट अधिनियम 1949’ के अधीन इस संस्थान की स्थापना की गयी थी। स्वतंत्रता के पश्चात भारत के समक्ष अपनी अर्थव्यवस्था के नवनिर्माण की एक बड़ी चुनौती थी। देश को इस चुनौती से सफलतापूर्वक पार लगाने हेतु आर्थिक क्षेत्र में योगदान करने वाले सजग प्रहरियों की आवश्यकता थी। इसी बात के मद्देनजर आई सी ए आई ने उपनिषद के सूत्र वाक्य ‘या एषु सुप्तेषु जागृति’ को अपने ध्येय वाक्य के रूप में अंगीकार किया। इसका शाब्दिक अर्थ है ‘ऐसा व्यक्ति जो सोये हुए लोगों के बीच जाग रहा हो’। अपनी स्थापना से लेकर अब तक इस संस्थान के सदस्यों ने इस मूल-मंत्र के अनुरूप देश के प्रति समर्पण के साथ सजग प्रहरी की भूमिका अदा की है और हमारी अर्थव्यवस्था के विकास और राष्ट्र के आर्थिक नवनिर्माण में महत्वपूर्ण योगदान किया है।
आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। देश के यशस्वी प्रंधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने इसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की विशिष्ट भूमिका को रेखांकित करते हुये कहा था कि चार्टर्ड अकाउंटेंट का हस्ताक्षर बेहद महत्वपूर्ण है, यहाँ तक कि उनके अपने हस्ताक्षर से भी अधिक महत्वपूर्ण। राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को दृष्टिगत रखते हुये चार्टर्ड अकाउंटेंट अब अपना दायित्व एक विस्तृत श्रृंखला में निभा रहे हैं। अब हम सिर्फ ऑडिटिंग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हम नीति निर्माण, वित्त प्रबंधन, परामर्श और फोरेंसिक ऑडिटिंग सहित अन्य सेवाएं भी दे रहे हैं। इस पेशे में अपने गतिशील कौशल व अद्यतन ज्ञान के द्वारा नवाचार और उत्कृष्टता लाकर हम सरकार के राजस्व संग्रह और व्यापार करने में आसानी लाने हेतु एक संतुलनकारी शक्ति की भूमिका निभा रहे हैं। आई सी ए आई अपनी इन सेवाओं को विस्तारित करने की कड़ी में आज रायगढ़ में अपने नये ब्रांच की शुरुआत कर रहा है। रायगढ़ औद्योगिक व व्यापारिक क्षेत्र में तेजी से उभरता हुआ शहर है। इस ब्रांच की स्थापना से रायगढ़ सहित आस-पास के 10 नगर यथा खरसिया, पुसौर, सारंगढ़, घरघोड़ा, धरमजयगढ़, लैलूंगा, शक्ति, तमनार और बरमकेला विशेष रूप से लाभान्वित होंगे। इस ब्रांच की स्थापना से जहां अंचल की औद्योगिक व व्यावसायिक इकाइयों को कराधान, ऑडिट व अन्य कार्यो के सुचारू संचालन में सुविधा मिलेगी, वहीं सी.ए. बनने के इच्छुक छात्रों को भी रेजिस्ट्रेशन, कोचिंग व एग्जाम आदि के लिये दूरस्थ शहरों की ओर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रायगढ़ ब्रांच द्वारा समय-समय पर सेमिनार आदि के आयोजन से नये परिवर्तनों से अपडेट होने का अवसर भी सभी को मिलेगा।
यह हमारा सौभग्य है कि हमारे अपने विधायक व छत्तीसगढ़ के सक्रिय वित्तमंत्री ओ पी चौधरी इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में हमारे बीच होंगे। अपनी प्रतिभा और बेजोड़ उपलब्धियों के लिये राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति पा चुके श्री चौधरी ने आठ महीने के अल्प कार्यकाल में ही न केवल वित्तीय क्षेत्र में उल्लेखनीय कसावट लायी है वरन नीति आयोग के समक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश की दमदार पैरवी करके उक्त आयोग के नीति निर्धारकों को चमत्कृत भी किया है। उनका कारगर मार्गदर्शन व उदार सहयोग निश्चित ही हमारी नयी शाखा को मजबूती देने में सहायक होगा।
हम खुशकिस्मत इसलिये भी हैं कि इस उदघाटन की बेला में आई सी ए आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजीत कुमार अग्रवाल जी की उत्साहवर्धनीय उपस्थिति हमारे बीच होगी। इनकी अगुवाई में इस संस्थान के सदस्य सी.ए. की एथिकल प्रैक्टिस व पेशे के लिये निर्धारित मानकों के उच्च स्तर को बनाये रखते हुये राष्ट्रीय पटल पर विशिष्ट योगदान कर रहे हैं। इन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय मंचो पर अनेक देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करके संस्थान की गरिमा को बढ़ाया है।
रायगढ़ शाखा के अध्यक्ष बालकिशन केडिय़ा सहित हम सभी सी.ए. साथी इन दोनों विभूतियों व अन्य अभ्यागतजनों का रायगढ़ की पावन धरा पर स्वागत करते हुये हर्षित हैं। आज का दिन रायगढ़ को आर्थिक जगत में उल्लेखनीय प्रगति देने वाला सिद्ध होगा।