रायगढ़। जिले में पिछले कुछ महीने में सडक़ हादसों के ग्राफ में बढ़ोत्तरी हुई है। जिले में अलग-अलग जगह पर 16 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। जनवरी 2024 से जुलाई महीने तक महज 7 महीने में 429 हादसे हुए हैं। जिसमें 236 लोगों की मौत और 495 लोग जख्मी हुए हैं। बताया जा रहा है कि, अधिकतर हादसों की वजह तेज रफ्तार है। क्योंकि रात या दिन के समय चालकों को सडक़ खाली मिलती है, तो वाहनों की रफ्तार बढ़ जाती है। जिसके बाद एकाएक सामने से कोई वाहन आने पर बैलेंस बिगड़ जाता है। जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं।
खराब सडक़ भी एक वजह
दुर्घटना का एक कारण खराब सडक़ को भी बताया जा रहा है। घरघोड़ा क्षेत्र में यह समस्या अधिक देखी गई है, तो धरमजयगढ़ के सिसरिंगा घाट की ओर सडक़ किनारे मिट्टी का पटाव नहीं होने से कई दुर्घटनाएं हुई है।
धरमजयगढ़, कापू क्षेत्र में अधिक हादसे
यह भी बताया जा रहा है कि हाल के सडक़ दुर्घटना प्रकरण देखा जाए तो धरमजयगढ़, कापू और घरघोड़ा क्षेत्र में अधिक घटनाएं हुई हैं। इसमें बस दुर्घटना, बाइक की भिड़ंत, कार की टक्कर के अलावा और भी सडक़ दुर्घटना शामिल हैं।
ब्लैक स्पॉट में यह है जरूरी
इस मामले में यातायात थाना डीएसपी रमेश कुमार चंद्रा ने बताया कि, सुरक्षा के उपाए पर ध्यान दिया जा रहा है। चिन्हित ब्लैक स्पॉट में रंबल स्ट्रीप गति अवरोधक, संकेत बोर्ड, स्टॉप लाइन मार्किंग, डिवाइडरों में रेडियम संकेतक बोर्ड, कान्वेक्स मिरर, सोलर ब्लींकर, हाई मास्ट टावर लाइट, चेवरान बोर्ड सहित अन्य प्रस्तावित सुधार कार्य किए जाएंगे।
ये है जिले के ब्लैक स्पॉट
शहर सहित जिले में चिन्हित किए गए ब्लैक स्पाट में छातामुड़ा चौक, गढ़उमरिया, पटेलपाली, कोड़ातराई, उर्दना तिराहा, जोरापाली, कांशीचुआ, मुराचौक, नवापारा, सेन्द्रपाली, कुनकुनी, सिसरिंगा घाट, कंचनपुर, दर्रीपारा, फगुरम व देवगढ़ शामिल है।