रायगढ़ । सतनामी समाज का छत्तीसगढ़ के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। अभी प्रदेश में विधानसभा चुनाव का माहौल है। ऐसे में राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाय तो छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति के लिए जहां 10 सीटें आरक्षित हैं , वहीं लगभग 50 सीटों पर अनुसूचित जाति के सदस्य निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास का सतनामी समाज पर बहुत गहरा प्रभाव है। सतनामी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए धर्मगुरु बालदास ने पिछले विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस की पतवार संभाली थी। इसकी बदौलत कांग्रेस को प्रदेश में सत्ता हासिल करने में अकथनीय सहायता मिली थी। पर कांग्रेस ने पिछले पांच सालों में धर्मगुरु बालदास के अपार योगदान को रेखांकित करना तो दूर, धर्मगुरु बालदास की सामाजिक और राजनीतिक तौर पर काफी उपेक्षा की। इस कारण धर्मगुरु का सतनामी समाज के सर्वांगीण विकास का सपना पूरा नहीं हो सका। इससे व्यथित होकर धर्मगुरु बालदास ने अपने सुपुत्र गुरु खुशवंत साहेब और अपने हजारों समर्थकों और अनुयायियों के साथ भाजपा में विधिवत प्रवेश किया। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
धर्मगुरु बालदास और गुरु खुशवंत साहेब के भाजपा प्रवेश का रायगढ़ के पूर्व विधायक भाजपा नेता विजय अग्रवाल ने हृदय से स्वागत करते हुए कहा कि धर्मगुरु बालदास जैसे संत पुरुष के प्रभाव का कांग्रेस ने अपने हक में इस्तेमाल किया और धर्मगुरु की भरपूर उपेक्षा की। कांग्रेस ने सतनामी समाज के उत्थान के लिए भी कुछ नहीं किया, जो धर्मगुरु का सपना था। विजय अग्रवाल ने आगे कहा कि कांग्रेस ने धर्मगुरु बालदास की उपेक्षा कर वास्तव में सतनामी समाज की अवहेलना की है , जिसे सतनामी समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। यह कांग्रेस के कुशासन और कांग्रेस द्वारा लोगों के इस्तेमाल करने और किनारे कर देने की कुत्सित मानसिकता का परिचायक है। पूर्व विधायक ने कहा कि संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास के सच्चे शिष्य धर्मगुरु बालदास सतनामी समाज के पथप्रदर्शक की भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। गुरु घासीदास ने मनखे मनखे एक समान के माध्यम से समानता, भाईचारा और समरसता का जो मूलमंत्र दिया उसे धर्मगुरु बालदास पूर्ण समर्पण से भाव आगे बढ़ा रहे हैं और यही काम भारतीय जनता पार्टी भी कर रही है। भाजपा भी जाति, धर्म और संप्रदाय से परे मानव मात्र के कल्याण के लिए सबका साथ, सबका विकास का लक्ष्य लेकर चल रही है। बाबा गुरु घासीदास और धर्मगुरु बालदास के विचारों,आदर्शों और संदेश को अपनाकर हम अपने जीवन में नए आयाम स्थापित कर सकते हैं। विजय अग्रवाल ने गुरु घासीदास को छत्तीसगढ़ के बहुसंख्यक समुदाय को एक सूत्र में पिरोनेवाला बताते हुए कहा कि बाबा के संदेश कालजयी हैं और धर्मगुरु बालदास उनके संदेश को आगे बढ़ाते हुए आम लोगों के साथ साथ देश को जोडऩे का अमूल्य काम कर रहे हैं । ऐसे , क्रांतिद्रष्टा धर्मगुरु के मार्गदर्शन में भाजपा सशक्त होगी और कांग्रेस के कुशासन और भ्रष्टाचार से प्रदेश को मुक्त करेगी।
भाजपा प्रवेश पश्चात गुरु बालदास साहेब ने कहा कि कांग्रेस सत्ता के अंधकार में डूबकर लगातार अ. जा. समुदाय का अपमान करती रही। समाज के धर्म स्थलों के विकास और निर्माण पर एक रुपया भी खर्च नहीं किया। समाज के लोगों के प्रति अपमानजनक अपशिष्ट शब्दों का प्रयोग किया है इन्हीं सब बातों से व्यथित होकर कांग्रेस का अहंकार समाप्त करने मैं भाजपा में आया हूं।