रायगढ़। नगर के अग्रोहा भवन में दिनांक 24 अगस्त को शहर के गणमान्य जन द्वारा संगीतमय पार्थिव शिवलिंग का रूद्राभिषेक कार्यक्रम आयोजित किया गया। सनातन हिन्दू पूजा पद्धति में सावन माह भगवान शिव की भक्ति के लिए विशेष होता है।
इस विशेष माह के मद्देनजर नगर के मुख्य यजमान सुनील रामदास व अन्य यजमान गण सर्वश्री मुकेश गोयल, अशोक अग्रवाल, मनीष पालीवाल, मनीष अग्रवाल (दवाई), बजरंग लाल अग्रवाल (जुट मिल), अधीश रतेरिया, आनंद मोदी, दीपक अग्रवाल (जामगांव), संजय अग्रवाल, निखिल अग्रवाल (भोले) आदि यजमानों द्वारा संगीतमय पार्थिव शिवलिंग का रुद्राभिषेक जैसा प्रशंसनीय अनुष्ठान को आयोजित किया। यह भगवान शिव के पूजन की ऐसी पूजन विधि है, जिसमें रुद्राभिषेक संगीतमय मंत्रों व भजन से किया जाता है। यह पूजा विधि एक प्रयोगात्मक पूजा विधि है, जिसमें श्रद्धालु गण उमंग और उल्लास के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं। भगवान शिव के इस पूजन में मुख्य यजमान सुनील रामदास व मुकेश गोयल, अशोक अग्रवाल, मनीष पालीवाल, मनीष अग्रवाल (दवाई), बजरंग लाल अग्रवाल (जुटमिल), अधीश रतेरिया, आनंद मोदी, दीपक अग्रवाल (जामगांव), संजय अग्रवाल, निखिल अग्रवाल (भोले) आदि यजमानों द्वारा संगीतमय पार्थिव शिवलिंग का रूद्राभिषेक किया गया। नगर के इस महत्त्वपूर्ण अनुष्ठान में मुकेश मित्तल, प्रदीप गर्ग, सरस गोयल, भाजपा नेता गौतम अग्रवाल, विनोद अग्रवाल (अजंता), मनोज अग्रवाल (होण्डा), लायंस क्लब रायगढ़ मिड टाउन के अध्यक्ष विजय हरि अग्रवाल, रायपुर से अनिल चौबे, गुरूकुल तुरंगा के आचार्य राकेश, पुसौर भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष ईश्वर गुप्ता, हाराचंद प्रधान, ओम प्रकाश प्रधान, भाजपा मंडल पुसौर के उपाध्यक्ष दु:खनाशन गुप्ता, अर्जुन गुप्ता, वरूण गुप्ता, अशोक भोय, सुभाष गुप्ता, यदुमणि गुप्ता, पुरूषोत्म गुप्ता, हिराधर गुप्ता, अंतर्यामी गुप्ता, सदानंद गुप्ता व गुरूकुल तुरंगा के अनेकों छात्र आदि ने भी भाग लिया। इसके अतिरिक्त संगीतमय रूद्राभिषेक मंडली अर्थात् भोले दिवाने परिवार आमगांव महाराष्ट्र से बंशीधर अग्रवाल, मनीष शर्मा, निलेश अग्रवाल, आशीष असाटी, अनिल अग्रवाल, सुनिता असाटी, हेमंत अग्रवाल, ज्ञानु अग्रवाल, रमेश भदोरिया, विजय भैया, शैलेश भैया, सतीश अग्रवाल, ज्योति अग्रवाल, पूनम अग्रवाल आदि द्वारा भगवान शिव के मंत्रों और भजन को संगीत के विधा में प्रस्तुत किया गया। संगीतमय रूद्राभिषेक कार्यक्रम अग्रोहा भवन में सुबह 10 से आरंभ हुआ और समापन के पश्चात् संध्या 4 बजे नगर के श्रद्धालु गण को प्रसाद के लिए भंडारा का आयोजन किया गया था। जिसमें नगर के सैकड़ों श्रद्धालु गण उपस्थित रहे।
सुनील रामदास ने उक्त अनुष्ठान को लोगों में भक्ति का प्रेरक बताया
इस अनुष्ठान के मुख्य यजमान व आयोजक सुनील रामदास ने बताया कि यह आयोजन नगर के लोगों में भगवान शिव की भक्ति के लिए प्रेरक है। भारत में सावन का महत्त्व इसलिए बहुत अधिक होता है कि उस समय तक किसान अपनी खेती के कार्यों से निर्वित हो गया रहता है। उसके बाद वह भगवान की पूजा अर्चना कर अच्छी खेती की कामना करता है और इस माह में भगवान शिव की पूजा इसलिए भी महत्त्वपूर्ण होती है कि प्रकृति संरक्षण के दृष्टि से यह माह बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। इस माह में पूरी धरती हरे रंग की हो जाती है और देवाधिदेव महादेव भी प्रकृति के देवता हैं। जिसका प्रमाण उनके तैलचित्रों में बने स्वरूप से मिलता है, जो यह संदेश देता है कि महादेव द्वारा बनाई गयी हमारे पारिस्थितिक तंत्र के सभी अवयवों को उन्होंने धारण किया हुआ है। यही कारण है कि सावन माह में सनातन हिन्दू पूजा पद्धति पूरे विश्व को संदेश देता है कि प्रकृति द्वारा निर्मित पारिस्थितिक तंत्र की संरक्षा ही मानव के अगले पीढ़ी को सुरक्षा प्रदान कर सकता है। अत: भगवान भोलेनाथ की पूजा का महत्त्व पूरे विश्व में सर्वजन हिताय के लिए सनातन हिन्दुओं द्वारा किया जाता है। आगे उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी गणमान्य जन व भोले दिवाने परिवार के सभी सदस्यों को मैं हृदय के अंतरतल से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं।