रायगढ़। छाल तहसील क्षेत्र अंतर्गत बुधवार को एसीबी ने छाल हल्का पटवारी मुख्यालय में छापेमार कार्रवाई की। एसीबी की इस कार्रवाई के बाद स्थानीय राजस्व महकमे में हडक़ंप मचा हुआ है। वहीं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो की टीम ने कुछ दस्तावेज और छाल हल्का पटवारी को अपनी अभिरक्षा में लेते हुए आगे की तफ्तीश में जुट गई है। अधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक कथित तौर पर सरकारी जमीन पर कब्जा चढ़ाने के एवज में रिश्वत लेने के आरोप में पटवारी मुख्यालय में रेड मारी गई है और आरोपी पटवारी को तत्काल कस्टडी में लिया गया है।
इस मामले के बारे में मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को दोपहर एसीबी निरीक्षक पौरुष कुर्रे के नेतृत्व में एसीबी बिलासपुर ब्रांच एसीबी ट्रैप दल की टीम ने एक पूर्व शिकायत के आधार पर छाल पटवारी मुख्यालय में दबिश देकर छाल हल्का पटवारी हरि शंकर राठिया पर शिकंजा कसते हुए उसे हिरासत में लिया है। इस कार्रवाई को लेकर जांच टीम में शामिल अधिकारी ने बताया कि छाल हल्का पटवारी हरि शंकर राठिया द्वारा शासकीय भूमि पर एक स्थानीय व्यक्ति का कब्जा दर्शाने के नाम पर 25 हजार रुपये की मांग की गई थी। अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता के मुताबिक प्रार्थी द्वारा इस काम के लिए पटवारी को 20 हजार रुपये दिए जाने की बात सामने आई। इस आशय की शिकायत प्रार्थी द्वारा एसीबी में किये जाने के बाद मामले की पुष्टि के लिए एसीबी की टीम बुधवार को छाल पटवारी मुख्यालय पहुंची। इस दौरान एसीबी टीम द्वारा जांच कार्यवाही कर कुछ संबंधित दस्तावेजों के साथ छाल पटवारी को अपने कस्टडी में लेकर आगे की पड़ताल की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर यह जांच पड़ताल की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले की विवेचना में आगे साक्ष्यों के मुताबिक जिस तरह की स्थिति निर्मित होगी उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
इस कार्रवाई के बारे में जांच टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि जमीन संबंधी मामले पर पटवारी के खिलाफ ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके आधार पर यह जांच टीम छाल पटवारी मुख्यालय पहुंची। अधिकारी ने कहा कि पटवारी को रिश्वत लेते हुए पाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रार्थी की रिपोर्ट के आधार पर आगे यह कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के दौरान पटवारी के पास से बतौर रिश्वत ली गई 20 हजार रुपए की राशि विधिवत बरामद की गई है। जांच अधिकारी ने बताया कि जमीन संबंधी किसी जरुरी काम के लिए संबंधित पटवारी ने घूस मांगी थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की पड़ताल की जा रही है।