रायगढ़। बॉलीवुड के मशहूर गायक स्व मोहम्मद रफी की पुण्यतिथि पर शहर के इवनिंग मेलोडी आर्केस्ट्रा ग्रुप के कलाकार विगत 2007 से एक शाम सज्जाद अहमद के नाम का संगीतमयी कार्यक्रम का आयोजन कर स्व मोहम्मद रफी व दिवंगत मूर्धन्य कलाकारों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। वहीं इस बार भी टीम के प्रमुख और प्रसिद्ध गायक इबरार अहमद के विशेष सानिध्य में विगत 31 जुलाई को शहर के पॉलीटेक्निक आडिटोरियम में रात नौ बजे से शानदार सुमधुर संगीतमयी कार्यक्रम किया गया। जिसका शुभारंभ कलेक्टर कार्तिकेय गोयल, एसपी दिव्यांग पटेल एसडीएम प्रवीण तिवारी पार्षद सलीम नियारिया सामाजिक कार्यकर्ता कल्पेश पटेल व अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में किया गया। व मधुर सांगीतिक गीत के माध्यम से देश के महान गायक स्व मोहम्मद रफी साहब व दिवंगत मूर्धन्य सभी कलाकारों को विनम्र श्रद्धांजलि मेलोडी टीम के कलाकारों ने मधुर गीतों के साथ दी। वहीं कलेक्टर कार्तिकेय गोयल, एसपी दिव्यांग पटेल व एसडीएम प्रवीण तिवारी ने सभी कलाकारों के इस पहल की बेहद सराहना की साथ ही मधुर गीतों का इन्होंने भी दिल से आनंद लिया साथ ही देश के नामचीन कलाकारों को विनम्र श्रद्धांजलि दी।
सुनाए एक से बढक़र मधुर नग्में
कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य के सुप्रसिद्ध सिंगर इबरार अहमद ने पत्थर के सनम, यारा हो यारा सहित अनेक एक से बढक़र एक मधुर गीत सुनकार उपस्थित कलाप्रेमियों को मुग्ध कर दिए। इसी तरह नामचीन गायक दीपक जायसवाल ने दर्दे दिल दर्दे जिगर सहित अनेक मधुर गीत सुनाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। इसी तरह सुप्रसिद्ध गायिका जमुना साहू जेनी ने अपनी मखमली सदा से अनेक कर्णप्रिय गीतों को गुनगुनाकर उपस्थित सभी लोगों का दिल जीत ली। वहीं टीम के अन्य सभी कलाकारों ने अपने मधुर गीतों से कलाकारों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम को यादगार बनाया।
सैकड़ों कलाप्रेमियों ने लिया आनंद
कलाप्रेमियों की उपस्थिति से पॉलीटेक्निक आडिटोरियम पूरी तरह से भरा था सभी ने कार्यक्रम के समापन तक मधुर सांगीतिक कार्यक्रम का आनंद लिया। वहीं एक शाम सज्जाद के नाम कार्यक्रम को सफल बनाने में इवनिंग मेलोडी परिवार के तन्मय दास गुप्ता, भवानी गुरु, इबरार अहमद, समित सरकार, दीपक जायसवाल, मुकेश बरेठ, दीपक दास, राजेश डेनियल, सत्यम सारथी, विक्की, देवा मामा, जमुना साहू, मीनू हरिपाल, सोनम सिंग, रौशन अली, संजय देवांगन सहित अनेक सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।
दर्दे-दिल, दर्दे जिगर दिल में जगाया आपने…..
यादगार एक शाम सज्जाद के नाम का संगीतमयी आयोजन
