बिलाईगढ़। विधानसभा के अंतर्गत वनांचल के ग्राम बिलारी के प्रा. शाला भवन 10 वर्षों से जर्जर स्थिति में है भवन जर्जर होने के कारण उपयोग में लाना खतरे से खाली नहीं है। शिकायत के बावजूद भी स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा इस पर आवश्यक पहल नहीं किया गया। जिससे शालेय छात्र – छात्राओं के पालकगणो एवं ग्रामवासियों ने उक्त जर्जर भवन में तालाबंदी कर बंद कर दिया। इनका कहना है कि – जब तक यहां शाला भवन नहीं हो जाता तब तक बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। यहां निर्मित तीन अतिरिक्त कक्ष के एक कक्षा में प्रा. शाला संचालित हो रहा है क्योंकि बर्षा मौसम के कारण दो कमरे में पानी से भरा हुआ है। एक कक्षा में कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के लगभग 80 छात्र छात्राएं पढ़ते हैं। जिससे परेशानियों को सामना करना पड़ता है। बैठते नहीं बनता,पानी गिरने पर पढ़ाई प्रभावित हो जाती है या छुट्टी दे दी जाती है।
ग्रामीणों ने बताया कि – प्राथ. शाला में दो शिक्षक पदस्थ है एक शिक्षक प्रशिक्षण में गए हुए है, तथा दूसरा शिक्षक हमेशा नशे में रहते हैं और यहां आते भी नहीं है आज स्वीपर के द्वारा स्कूल खोला गया है। इस संबंध में संकुल समन्वयक महादेव साहू से संपर्क करने पर बताया कि जर्जर भवन में आज ताला बंदी किया गया है और एक अतिरिक्त कक्ष में पांच कक्षा संचालित है। जिसमें पढ़ाई लिखाई बुरी तरह से प्रभावित है और इस संबंध में यहां की समस्याओं को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया जाने के बाद भी आवश्यक पहल नहीं हो पाया है। इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी आर के देवांगन से संपर्क करने पर बताया कि – शिकायत प्राप्त हुआ है की एक शिक्षक आते नही है, स्कूल में संकुल समन्वयक को भेजकर पंच नामा आदि की कारवाई किया जाएगा। उस रिपोर्ट के आधार पर आगे नियमानुसार कार्रवाई किया जाएगा।
उक्त स्कूल में तीन अतिरिक्त कक्ष है एक और अतिरिक्त कक्ष निर्माणाधीन कुछ बचा है तथा 16. 20 लाख रुपए की शाला भवन मुख्यमंत्री जतन योजना के अंतर्गत स्वीकृति हेतु भेजा जा चुका हैस्वीकृति पश्चात् जल्द बन जाएगा। गांव के पदुमलाल, भुवनेश्वर चमार सिंह,रोहित, कोमल शाह, जगमोहन, गुलाल, तीजराम, विलोचन, मीन केतन, बसंत, सुशील, भूषण रमेश कर्स, नालकुमार बिहारीलाल, जगदीश चौहान विजय शंकर, मेला राम, पति राम, रूपानंद,श्याम सुंदर, छबि लाल, जयलाल, तेज राम, रुक्मणी, भेशबाई, तीरथ बाई,पूजा यादव, गायत्री, रीना, फगती कर्स, पूरनमति आदि ने बच्चों के भविष्य को देखते हुए शाला भवन स्वीकृत करने के मांग शासन प्रशासन से किया है।