रायगढ़। पुसौर और सरिया के पास से गुजरने वाली महानदी उफान पर थी। 2 दिन पहले नदी में पानी का जलस्तर बढ़ गया था। ऐसे में सरिया ब्लॉक के डुबान क्षेत्र में आने वाले कई गांव प्रभावित हुए। यहां पानी इतना बढ़ गया था कि करीब 200 एकड़ खेतों में पानी भर गया था।
खेतों में पानी भर जाने के कारण धान की बुआई पर असर पड़ा। हालांकि, महानदी का पानी रविवार से उतरने लगा, जिससे किसानों ने राहत की सांस ली। लेकिन अब भी कई खेतों में पानी भरा हुआ देखा जा सकता है।
इन गांवों के किसान प्रभावित
किसानों ने बताया कि महानदी के एकाएक पानी बढऩे से सरिया ब्लॉक के फरसारामपुर, नदीगांव, सुरसी, ठेंगागुड़ी, लिप्ती, बोरदा, सुरजगढ़, रानीडीही, कोर्रा, पोरथ, तोरा गांव के किसान प्रभावित हुए। यहां एक दिन खेतों में पानी भरा रहा।
पानी से सड़ जाता है बीज
फरासारामपुर गांव के किसान सुनील कुमार ने बताया कि खेतों में ज्यादा पानी रहने के कारण बीज सड़ जाता है। नदी का पानी जब खेतों में घुसता है तो उससे डस्ट की एक परत बीज पर जम जाती है। जिससे वह सडऩे लगता है।
डेढ़ दिन तक पानी भरा रहा
तोरा गांव के किसान लक्ष्मण बैरागी ने बताया कि उनके खेत में करीब डेढ़ दिन तक पानी भरा रहा। ऐसे में उनके पांच से छह एकड़ खेत में नुकसान हुआ है। उनका कहना है कि धान के पौधे छोटे होते है तो इतना पानी सह नहीं पाते।
नुकसान का कर रहे आंकलन
सुरजगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी विश्वनाथ बैरागी ने बताया कि खेतों में नदी का पानी भरा था, पर अब उतर गया है। सरपंच से इस विषय में चर्चा की गई और रिपोर्ट तैयार करने के लिए इसका आंकलन किया जा रहा है।