बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर रेल मंडल के अंतर्गत दिनांक 06 जुलाई, 2024 को 12833 अहमदाबाद हावडा एक्सप्रेस के कोच संख्या एस 04 के बर्थ संख्या 63 आएसी पर बडोदरा से हावडा यात्रा कर रहे यात्री दिब्येश वल्द स्व. अटलबिहारी सक्सेना उम्र 42 वर्ष पश्चिम बंगाल का निवासी को उसी बर्थ पर आरएसी मे यात्रा कर रहे यात्री द्वारा खाने की चीज मे नशीली दवा खिलाकर उसका बैग चोरी कर लिया गया था। घटना की सुचना पूर्व रेल कोलकाता से प्राप्त होने पर मामले की गंभीरता को देखकर घटना मे संलिप्त आरोपी की धरपकड हेतु जोनल मुख्यालय विलासपुर के निर्देश पर निरीक्षक नंद बहादुर के नेतृत्व मे प्रधान आरक्षक राजेंद्र रायकवार एवं आरक्षक नासीर खान के साथ टीम गठित की गई ।
निरीक्षक नंद बहादुर द्वारा कुशल नेतृत्व करते हुये अपनी सुझबुझ का परिचय देकर टीम के साथ कठोर परिश्रम कर अलग-अलग स्टेशनो के सीसीटीवो फुटेजो का अध्ययन करते हुये सभी प्रकार के वैज्ञानिक उपयोगों एवं नवीनतम तकनीको का प्रयोग कर आसुचना तंत्रो के माध्यम से सूचना प्राप्ति के तीन दिन के अंदर में ही 26 जुलाई 2024 को सिंकदराबाद स्पेशल मे समय लगभग 11.15 बजे सीसीटीवी मे प्राप्त हुलिये के आधार पर मामले मे संलिप्त व्यक्ति पकडा गया, मनोज कुमार वल्द ग्यादीन उम्र 38 वर्ष निवासी स्थाई पता एन 28 बी.97 वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया, अशोक विहार, वजीरपुर-3, उत्तर पश्चिमी दिल्ली बताया। पश्चात मौके पर उक्त की तलाशी लेने पर उसके पास घटना को अंजाम देने गाडियों मे यात्रियो के साथ जहर खुरानी करने हेतु हलकी गुलाबी रंग की 12 नग टॅबलेट तथा घटना हेतु प्रयुक्त खादय पदार्थ बिस्किट, नमकीन, पेय पदार्थ तथा एक पीले रंग की स्टील की बाटल जिस पर एक पीले रंग की प्लास्टिक की झिल्ली विभिन्न प्रकार की अग्रेंजी दवाईया 35 नग तथा 02 नग मोबाईल, नगद पैसे 2100 रू एवं यात्रा टिकट आदि सहित बरामद हुये। बरामद हुयी टॅबलेट के सबंध मे पुछने पर बताया कि वह इसका उपयोग कर रेल यात्रीयो को बेहोश करता है एवं जहरखुरानी कर गाडियों मे रेल यात्री का सामान चुराता है । 6 जुलाई 2024 को ट्रेन नम्बर 12833 अहमदाबाद हावड़ा एक्सप्रेस में यात्री को राजनांदगांव और दुर्ग के मध्य दोस्ती कर नशे की दवाई खिलाकर सामान चोरी करना स्वीकार किया। नई दिल्ली से कानपुर तथा कानपुर से नागपुर घुम रहा था कि दिनांक 26 जुलाई, 2024 को उपरोक्त टीम द्वारा पकडा गया। पश्चात उसकी स्वीकारोक्ति उपरांत उसको संदर्भित प्रकरण मे संलिप्त होना पाया गया। जिसे पकडक़र रेल सुरक्षा बल की टीम द्वारा जीआरपी डोंगरगढ़ को सुपुर्द किया गया है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे आरपीएफ निरीक्षक नंदबहादुर और उनकी टीम का कार्य सराहनीय रहा है ।