बिलाईगढ़। राज्यपोषित योजनांतर्गत विकास खंड के ग्राम परसापाली को जैविक खेती हेतु चयन किया गया है, जहां 200 हैक्टेयर कलस्टर क्षेत्र में जैविक तकनिकी का प्रदर्शन कर देवभोग किस्म के धान किसानों को प्रदाय कियें । कलेक्टर साहू के निर्देश के परिपालन में जिले के उप संचालक कृषि आशुतोष श्रीवास्तव द्वारा फिल्ड का भ्रमण किया गया । कृषकों को जैविक तकनिकी का विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण दिया गया । उपसंचालक कृषि ने कृषकों को बिना रासायनिक खाद , बिना रासायनिक दवा के जैविक विधि से कम खर्च में अधिक आमदनी से लाभ दायक खेती विधि को विस्तार से बताया तथा 31 जुलाई तक अऋणी कृषकों को फसल बीमा करा लेने प्रोत्साहित किया गया।
सहयोगी प्रशिक्षक के रूप में सेवानिवृत वरिष्ठ कृषि विकास अधि. पीके घृतलहरे व बीएल साहू ने अनुभवों को साझा करते हुये विगत वर्षों में अन्य गांवों में इस विधि को सफलता पूर्वक अपना कर कृषकों को लाभान्वित होने की जानकारी दिये।बी टी एम प्रकाश थवाईत ने गोबर से जैविक खाद,नाडेप खाद,वर्मी खाद,जैविक दवा के रूप में नीमास्त्र, अग्नयास्त्र, जीवामृत,एवं बीज उपचार हेतु बीजा मृत बनाने की विधि से बताई । प्रदर्शन प्रभारी रामगुलाल साहू ने सभी कृषकों को अब तक प्राप्त आदान सामग्री को वितरित किये जाने की जान कारी देते हुये प्रदर्शन के सफलता के लिये सतत प्रयासरत होने का आश्वासन दिये। प्रशिक्षण में हरिश कुमार , सेतराम साहू, कृषक गण शंकरलाल नायक, भागवत चंद्रवंशी, रामायण सिदार,संतराम चंद्रवंशी, जोईधा मैत्री,मोहन पटेल, नवधा सिदार,तुलसी बरिहा आदि सहित सभी चयनित कृषक शामिल रहे।
परसापाली में जैविक खेती व कृषक प्रशिक्षण
