धरमजयगढ़। विकासखण्ड धरमजयगढ अंतर्गत ग्राम पंचायत गेरसा में रोशनी महिला संकुल संगठन दुर्गापुर, अजीम प्रेमजी फाऊण्डेशन फॉर डेवलपमेंट एवं ग्राम पंचायत के तत्वाधान में गेरसा के चयनित किसान सिदार राठिया एक एकड़ जमीन में फल बागवानी पौध रोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धरमजयगढ़ डिगेश पटेल ने की। कार्यक्रम में स्वागत एवं परिचय के पश्चात उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि वितिय वर्ष 2022-23 में मनरेगा योजना से कुल 22 कृषकों के 19.25 एकड़ क्षेत्र पर आम पौधों का रोपण हुआ था जिसके परिणामस्वरूप इस वर्ष 2023- 24 में मनरेगा फल बागवानी योजनातर्गत कुल 23 गाँव के 52 किसानों के लगभग 35 एकड़ क्षेत्रफल पर विस्तार विया जा रहा है इस योजना से किसान के स्वयं जमीन पर बागवानी लगाने के लिए मनरेगा मजदूरी का भुगतान के साथ साथ परिसंपत्ति निर्मित होगी जिससे कृषक के साथ साथ समुदाय को रोजगार दिवस प्राप्त होगी, जिससे आर्थिक स्थिति में बदलाव आयेगा। मुख्य अतिथि डिगेश पटेल ने उपस्थित ग्रामवासियो को बताया कि बदलते मौसम एवं जलवायु के प्रभाव का मानव जीवन व खेती पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों को कम व दूर करने का एकमात्र उपाय वृक्षारोपण है।अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से सिसिर चंद्र नायक द्वारा संस्था की यात्रा एवं धरमजयगढ़ ब्लॉक में शिक्षा, स्वास्थ एवं आजीविका के क्षेत्र में किए कार्यों को विस्तार पूर्वक बताया तथा संस्था के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्था न्यायसंगत, समता मूलक, मानवीय समाज बनाने हेतु संस्था समाज में जमीन स्तर पर किस तरह से काम करती है और किस तरह सामाजिक बदलाव चाहती है इस पर अपने विचार को रखा। तथा आगे बताया की आजीविका के क्षेत्र में संस्था का काम करने का उद्देश्य है की जरूरतमंद परिवारों की आर्थिक आय में सतत वृद्धि में सहयोग करना। उन्होंने उदाहरण के तौर बताया की फल बागवानी से कैसे किसान की आय में बढ़ोत्तरी होगी इस पर भी अपने विचार रखे। सरपंच धनी राम राठिया, बिहान सीएलएफ अध्यक्ष पूनम मिंज, एसडीओ वन विभाग बालगोविंद साहू, मनरेगा विभाग के कार्यक्रम अधिकारी अंशुभान बेहरा द्वारा पौध रोपण कार्यक्रम में सहयोग के बारे में विस्तार से बताया गया, सभी शामिल विभागों द्वारा हर संभव मदद करने की बात कही गई। अनुविभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ एवं विभाग से शामिल हुए अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा किसान की बाड़ी में फिता काट कर पौध रोपण किया गया और कहा कि इस पौध रोपण कार्यक्रम की मुहिम को इसी तरह आगे बढ़ाना है।