धरमजयगढ़। प्रदेश में जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वयन को लेकर हाल ही में गंभीर अनियमितता पाए जाने पर कई बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। अब यह मामला विधानसभा सत्र के दौरान भी सदन में गूंज रहा है। हालांकि, रायगढ़ जिले में जून 2024 तक की स्थिति में इस योजना से कराए गए कार्यों से जुड़े एक सवाल पर उप मुख्यमंत्री की ओर से विधानसभा में प्रस्तुत जवाब से इस योजना की जमीनी हकीकत का पता चलता है।
विधानसभा धरमजयगढ़ क्षेत्र के विधायक लालजीत राठिया ने जारी सत्र में रायगढ़ जिले में जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वयन को लेकर कई बिंदुओं पर सवाल उठाए हैं। जिनका उप मुख्यमंत्री द्वारा विस्तृत जवाब देते हुए आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। उप मुख्यमंत्री अरुण साव की ओर से जानकारी दी गई है कि जिले में योजना से 1348 कार्य स्वीकृत हुए हैं, 175 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अपूर्ण कार्यों को मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। क्रियान्वयन को लेकर किसी भी तरह की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि 35 ग्राम पंचायत में कार्य पूर्ण होने के बाद 14950 घरों में पानी पहुंच रहा है। उन्होंने बताया है कि कार्य पूर्ण होने के बाद भी नल से पानी नहीं पहुंचने वाले घरों की संख्या निरंक है।
इस कारण से हैं कार्य अपूर्ण
विधानसभा में प्रस्तुत विवरण के मुताबिक धरमजयगढ़ क्षेत्र में कुल 299 कार्य स्वीकृत हुए हैं। जिनमें से केवल 7 कार्य पूर्ण हुए हैं, बाकी 292 कार्य अपूर्ण हैं। कार्यों के अपूर्ण होने का कारण समूह जल प्रदाय योजना की स्वीकृति और कार्यादेश में विलंब होने के कारण इन विलेज ग्रामों में जल प्रदाय हेतु स्रोत की कमी होना बताया गया है।