बिलासपुर। ग्राहक सेवा एवं गुणवत्ता रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारतीय रेलवे ने रेल मदद के नाम से एप जारी किया है, जिसमें पूर्व में जारी सभी हेल्पलाईन नंबरों को समाहित की गई है। हेल्पलाईन नंबर 139 पर काल करने पर भी ‘रेल मदद’ द्वारा यात्रियों को मदद मिलती है। रेल मदद पर रेल यात्रियो द्वारा मांगी जाने वाली मदद में किसी यात्री को सफर के दौरान जरूरी दवाईयों की जरूरत, किसी को बच्चे के लिए दूध, किसी का सामान छूट गया या फिर कोई महिला अकेले यात्रा कर रही हो, कई बार यात्रियों को वेंडर से शिकायत या फिर अपने आसपास की असामाजिक गतिविधियों के लिए भी रेल यात्रियों द्वारा मदद मांगी जाती है। इसके साथ-साथ साफ-सफाई, पंखे नहीं चल रहे, एसी में कम या ज्यादा कुलिंग, स्विच-सॉकेट काम नहीं कर रहे, बेडरोल, टायलेट में पानी खत्म जैसी समस्याओं का त्वरित निदान किए जा रहे हैं।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल यात्रियों को त्वरित लगभग 10 मिनटों में मदद दिलाने के उद्देश्य से तीनों रेल मंडलो बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर के कंट्रोल रूम में वार रूम स्थापित किए गए है। जहां पर पूरे समय 24&7 घंटे उपलब्ध रेलकर्मियों द्वारा रेल यात्रियों द्वारा मांगी गई मदद को उपलब्ध करने हेतु कवायद की जाती है। वार रूम में सभी विभागों के रेलकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है जिसमें रेलवे सुरक्षा बल भी शामिल है। यात्रियों द्वार मांगी गई मदद को पूरा करने हेतु वार रूम में मौजूद संबन्धित विभागों के कर्मी फील्ड स्टाफ से तुरंत संपर्क करता है, और यात्री को मदद पहुंचाई जाती है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में मुख्यालय सहित तीनों रेल मंडलों में जुलाई 2024 महीने में 1 से 21 जुलाई 2024 तक रेल मदद एप पर यात्रियों द्वारा मांगी गई 3440 मदद को शत-प्रतिशत निदान किया गया है। निदान के पश्चात यात्रियों से प्राप्त फीडबैक में औसत उत्कृष्ट (श्व&ष्द्गद्यद्यद्गठ्ठह्ल) की रेटिंग मिली है। रेल मदद एप यात्रियों से प्राप्त मदद के आग्रह के निवारण की स्थिति के बारे में उन्हें लगातार जानकारी मुहैया कराई जाती है। यात्री को इस एप पर रजिस्टेशन के बाद एसएमएस के जरिये उनके द्वारा मागी गई मदद की संख्या तुरंत उपलब्ध कराकर रेलवे द्वारा उठाये गये कदमों की जानकारी भी एसएमएस द्वारा दी जाती है। यात्रियों से अनुरोध है कि यात्रा के दौरान रेलवे से संबंधित किसी भी प्रकार की मदद के लिए रेलवे द्वारा जारी किए गए इस एप का अधिक से अधिक उपयोग करें।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 3440 यात्रियों को मिली मदद
