रायपुर। महतारी वंदन योजना के विरोध में शनिवार को मंत्री ओपी चौधरी के निवास का घेराव करने निकले कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय को पुलिस ने रास्ते में रोक लिया। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएं भी थी। उनका कहना है कि, बड़ी संख्या में महिलाएं पात्र हैं, लेकिन उनके खाते में पैसे नहीं आ रहे हैं। विकास उपाध्याय ने कहा कि इसकी फॉर्मेलिटी पूरी है, फिर भी सैंकड़ों महिलाओं को पैसे नहीं आ रहे हैं। हमें सही जबाव नहीं मिला तो मुख्यमंत्री निवास का भी घेराव करेंगे। जिन्हें एक-दो किस्त मिला है, उन महिलाओं के साथ हितग्राहियों की सूची लेकर मंत्री ओपी चौधरी के निवास के लिए गांधी मैदान से निकले थे, लेकिन ग्रास मेमोरियल मैदान के पास पुलिस ने रोक दिया।
महिलाओं को नहीं मिली चौथी और पांचवीं किस्त
उपाध्याय ने बताया कि, प्रदेश की ज्यादातर महिलाओं को महतारी वंदन की चौथी और पांचवीं किस्त की राशि नहीं मिली है, जबकि सरकार के जारी आंकड़े बता रहे हैं कि 70 लाख महिलाओं में से करीब 5 लाख महिलाओं को राशि नहीं मिली है। इसके अलावा जिन महिलाओं को पहली और दूसरी किस्त मिली थी, उन्हें चौथी और पांचवीं किस्त की राशि नहीं मिली है।
जनवरी-फरवरी की नहीं मिली किस्त
विकास उपाध्याय ने कहा कि, भाजपा ने पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में कहा था कि छत्तीसगढ़ की हर महिलाओं को महतारी वंदन योजना से महीने का 1 हजार रुपए और साल का 12000 रुपए मिलेगा। लेकिन सरकार बनते ही इन लोगों ने लाभार्थियों को जनवरी और फरवरी की किस्त नहीं दी।
योजना केवल चुनावी प्रलोभन
विकास का आरोप है कि, प्रदेश सरकार चुनाव को देखते हुए योजनाओं का लाभ देती है। चुनाव खत्म होने के बाद गिरगिट की तरह अपना रंग दिखाती है। 45 प्रतिशत महिला जुड़ ही नहीं पाई हैं, जो इस योजना से जुड़े हुए थे। उन्हें भी नियम और शर्तें लगाकर योजना से बाहर किया जा रहा है। जबकि विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के नेताओं ने कहा था कि उन्होंने 1 करोड़ से भी ज्यादा महतारी वंदन के फॉर्म भरवाएं हैं। अंत में दावा किया गया कि 70 लाख महिलाओं ने फॉर्म भरा है।