रायगढ़। कोतरारोड़ पुलिस को पिछले ढाई साल से फरार चले रहे खयानत के आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है । आरोपी वाहन चालक का कोई निश्चित पता, ठिकाना नहीं होने से गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। जिससे थाना प्रभारी द्वारा आरोपी के संंबंध में जानकारी एकत्र कर रायपुर के खमतराई से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाई है।
घटना को लेकर कृष्णा बिहार कालोनी कोतरारोड़ में रहने वाले लोकेश अग्रवाल द्वारा 28 अक्टूबर 2021 को थाना कोतरारोड़ में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसका कृष्णा लाजिस्टिक का आफिस पतरापाली ट्रांसपोर्ट नगर में स्थित है । जहां ट्रांसपोटिंग का काम किया जाता है। विगत 04. सितंबर 2021 को ट्रक क्रमांक सीजी 04 एमई 5722 के चालक पप्पू कुमार यादव के माध्यम से जेएसपीएल कम्पनी पतरापाली से 620 बोरी सीमेंट (कीमती 164299/- रूपये) लोड कराकर अक्षत इंटरप्राजेंज रमानुजगंज के लिए रवाना किया गया था । उक्त माल को ड्रायवर रमानुजगंज ना ले जाकर अपने वाहन मालिक इमाम खान गढवा ने आपस में मिलकर बेईमानी से सीमेंट को कहीं और बिक्री कर दिये जिस पर दोनों आरोपियों के विरूद्ध थाना कोतरारोड़ में अप.क्र. 317/2021 धारा 407, 34 आईपीसी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। अपराध कायम होने के बाद से दोनों आरोपी फरार थे । वाहन चालक का निश्चित पता, ठिकाना नहीं होने से गिरफ्तारी में समय लग रहा था, थाना प्रभारी कोतरारोड़ निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी द्वारा डीएसपी अखिलेश कौशिक के मार्गदर्शन पर लंबित मामलों के फरार आरोपियों की लगातार जानकारी मुखबीरों से ली जा रही थी । इसी बीच आरोपी के कुछ दिनों से रायपुर खमतराई में होने की जानकारी पर तत्काल पुलिस अधीक्षक की अनुमति पर कोतरारोड़ की टीम रायपुर रवाना होकर खमराई पुलिस के साथ दबिश देकर आरोपी पप्पू यादव उर्फ प्रेम कुमार यादव पिता मंगऊ यादव 25 साल निवासी वार्ड क्रमांक 03 थाना केरार, जिला गढवा (झारखंड) को हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया । आरोपी ने गाड़ी का किस्त नहीं अदा करने पर मालिक के साथ मिलकर 620 बोरी सीमेंट अन्यत्र बेच देना बताया । आरोपी वाहन मालिक इमाम खान माननीय हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पर है । कोतरारोड़ पुलिस द्वारा वाहन जप्ती आदि की कार्यवाही पूर्व में की जा चुकी है। आरोपी के विरूद्ध शीघ्र चालानी कार्यवाही की जावेगी ।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन, एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम एवं डीएसपी श्री अखिलेश कौशिक के मार्गदर्शन पर फरार आरोपी की पतासाजी, गिरफ्तारी में निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक करूणेश राय, आरक्षक संदीप कौशिक, संजय केरकेट्टा, राजेश खाण्डेय की अहम भूमिका रही है एवं सायबर सेल के स्टाफ का विशेष योगदान रहा ।