रायगढ़। जिला मुख्यालय से लगे हुए गांवों में पिछले कुछ दिनों से हाथियों का आतंक जारी है आलम यह है कि जंगलों से निकलकर हाथी अब रिहायशी इलाकों तक भी पहुंचने लगे हैं। ऐसा ही कुछ नजारा मंगलवार की सुबह 5 बजे उस वक्त देखने को मिला जब रामपुर पहाड़ में स्थित नगर वन में दो हाथी विचरण करते हुए दिखे। अचानक इस क्षेत्र में हाथी की मौजूदगी के बाद अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई लेकिन हाथी यहां बगैर कोई नुकसान किये वापस चला गया जिसके बाद ही यहां के लोगों ने राहत की सांस ली।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने दो दिन पहले ही रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगे हुए रामपुर पहाड़ के नगर वन में एक पौधा मां के नाम पर रामपुर के नगर वन में पौध रोपण किया था। इस दौरान जिले के पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर, सीईओ, रायगढ़ सांसद के अलावा वन्य विभाग के अधिकारियों के मौजूदगी में सौ से अधिक पौधों को रोपण किया गया था। दो दिन बीतने के बाद मंगलवार की सुबह इसी जगह में उस वक्त अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई जब केलो डेम के आगे बडगांव के जंगलों से भटककर दो हाथी इसी स्थल पर आ पहुंचे। अचानक हाथी की मौजूदगी को देखते हुए यहां कार्यरत कर्मचारी सबसे पहले डर के मारे सहम से गए थे परंतु दोनों हाथी इस क्षेत्र में बगैर कोई नुकसान किये पहाड़ों के उपर चढ गए थे जिसके बावजूद यहां कार्यरत कर्मचारी कई घंटों तक दहशत में रहे।
सुबह 6 बजे आये थे हाथी
नगर वन में मौजूद वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि मंगलवार की सुबह तकरीबन 6 बजे जंगलों से भटककर एक नर और एक मादा हाथी रामपुर पहाड़ी रिजर्व फारेस्ट के कक्ष क्रमांक 895 में आ पहुंचे थे और यहां कई जगह उनके पदचिन्ह हैं। हाथियों के द्वारा यहां किसी प्रकार की नुकसान की घटना को अंजाम दिये बिना ही उपर पहाड़ों में चले गए।
अनहोनी घटना टली
इस क्षेत्र के लोगों ने बताया कि रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रामपुर क्षेत्र में जंगलों से भटककर मंगलवार की सुबह 6 बजे दो हाथी आ पहुंचे थे। गनीमत बात यह रही कि यह हाथी पहाड़ों के उपर चढ़ गए अगर ये हाथी पहाड़ के नीचे उतरकर रिहायशी बस्ती में घुसते तो नि:संदेह परिणाम कुछ गंभीर हो सकता है।
पहले भी शहर के करीब पहुंच चुके हैं गजराज
बताया जा रहा है कि उर्दना रामपुर क्षेत्र में नगर वन तैयार किया जा रहा है और इसी के आगे कृष्णापुर क्षेत्र में करीब तीन चार साल पहले हाथी आ गए थे। इसके बाद हाथी ईशानगर बस्ती के करीब के अलावा जुर्डा के साथ ही साथ पहाड मंदिर इलाके में भी हाथी दस्तक दे चुके हैं।
आमापाल में विचरण कर रहे हाथी
वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह रामपुर की पहाड़ी में दस्तक देने वाले दोनों हाथी शाम 7 बजे जिला मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर स्थित आपापाल क्षेत्र में जा पहुंचे हैं। जिसके बाद से इस क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। पहली बार अपने क्षेत्र में हाथी की मौजूदगी को देखते हुए गांव के ग्रामीण में भय का माहौल निर्मित हो गया हैं।