धरमजयगढ़। जिले के धरमजयगढ़ नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत जमीन संबंधी मामले को लेकर रेवेन्यू इंस्पेक्टर पर 3 लाख की मोटी रकम बतौर घूस मांगने के गंभीर आरोप लगाए जाने का मामला सामने आया है। शिकायत के अनुसार धरमजयगढ़ आर आई फूलकुमारी कुजूर द्वारा पतरापारा निवासी गीता महंत से जमीन सीमांकन के नाम पर कथित तौर पर 3 लाख रुपए घूस के तौर पर रकम की मांग की है। हालांकि अनुविभागीय राजस्व अधिकारी ने आर आई पर लगे आरोप को सिरे से ख़ारिज किया है।
इस मामले के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक स्थानीय निवासी महिला गीता महंत का प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ है। जिसमे हितग्राही द्वारा आवास निर्माण के लिए नीव का गड्ढा खुदाई करवाया गया। इस दौरान उसके पड़ोसी रोशन तिर्की द्वारा निर्माण कार्य पर रेवेन्यू कोर्ट से स्टे लगवाया गया था। जिसके बाद गीता महंत द्वारा दुबारा गड्ढा खुदवाया गया। जिस पर एकबार फिर से रोशन तिर्की द्वारा स्टे लगवाया गया जिससे परेशान होकर गीता महंत अपनी जमीन के सीमांकन के लिए तहसील कार्यालय में एप्लिकेशन लगाई। गीता के अनुसार आवदेन के बाद सीमांकन करने पहुंची आर आई फूलकुमारी कुजूर द्वारा आवेदक गीता महंत से कहा गया कि मुझे 3 लाख दो। आर आई ने कहा कि सीमांकन की जरूरत नही तो जितना भी आप गड्ढे खुदाई करवाए हो वो जमीन तुम्हारे नाम चढ़ा दूंगी नहीं तो तुम्हारा आवास ऐसे ही कभी नही बन पाएगा ये बोल कर चली गई।
ऐसे में फिलहाल लगातार हो रही बारिश से हितग्राही गीता महंत का घर ढह गया और वो बेघर हो गई है। वे अपने दो छोटे छोटे बच्चों सहित आशियाने को लेकर काफी परेशान है। जिसे लेकर गीता मंहत द्वारा धरमजयगढ़ एसडीएम डिगेश पटेल से आर आई फूलकुमारी कुजूर की शिकायत की गई है।
एसडीएम ने किया आरोपों को ख़ारिज
इस मामले पर एसडीएम डिगेश पटेल ने बताया कि आर आई द्वारा किसी प्रकार से पैसों की मांग नहीं की गई है। इसमें निजी भूमि पर अतिक्रमण का मामला सामने आया था। जिस पर आर आई ने संबंधित भूमि स्वामी से अतिक्रमित भूमि की रजिस्ट्री कराने को कहा गया। आर आई ने रजिस्ट्री में कऱीब 3 लाख रुपए खर्च होने की बात कही थी।
आरआई पर रिश्वत मांगने का दोषारोपण
अधिकारी ने आरोपों को किया ख़ारिज
