रायपुर। प्रदेश में 6 महीने बाद ‘आप’ ने नई कार्यकारिणी बनाई लेकिन इसके बनते ही बवाल हो गया। 7 जुलाई को कार्यकारिणी गठन के कुछ देर बाद ही उपाध्यक्ष उत्तम जायसवाल ने पद से इस्तीफा दिया है।
उन्होंने कहा कि, कांग्रेस से आए व्यक्ति को अध्यक्ष बना दिया गया जो दुर्भाग्यजनक है। छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी में 6 महीने बाद प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही 26 नेताओं की नई कार्यकारिणी की घोषणा की है। पार्टी हाई कमान ने गोपाल साहू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इससे पहले गोपाल वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में संगठन का काम कर रहे थे। इसके अलावा जसबीर सिंह को प्रदेश महासचिव (संगठन), वदूद को प्रदेश महासचिव, नंदन सिंह को प्रदेश कोषाध्यक्ष और सूरज उपाध्याय को प्रदेश मुख्य प्रवक्ता बनाया गया है।
इन्हें भी दी गई जिम्मेदारी
आप पार्टी हाई कमान ने उत्तम जायसवाल, प्रियंका शुक्ला, देवलाल नारेटी, लियोस मिंज को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है। राजेंद्र बहादुर सिंह, अभिषेक मिश्रा, तेजेन्द्र तोडेकर और समीर खान को प्रदेश संगठन मंत्री की जिम्मेदारी। अन्यतम शुक्ला को राज्य सोशल मीडिया समन्वयक, अरुण नायर को प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ और दुर्गा झा को प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ बनाया गया है।
इन्हें बनाया प्रकोष्ठ अध्यक्ष
ओबीसी प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना बिसेन, किसान प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष अमित हिरवानी, परमानंद जांगड़े को प्रदेश अध्यक्ष एससी प्रकोष्ठ, अलेक्जेंडर केरकेट्टा को राज्य अध्यक्ष स्ञ्ज प्रकोष्ठ, विजय झा को प्रदेश अध्यक्ष पूर्व कर्मचारी प्रकोष्ठ, संजीत विश्वकर्मा को प्रदेश अध्यक्ष पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ बनाया है, आरटीआई प्रकोष्ठ का अध्यक्ष मेहरबान सिंह, डॉ. एस के अग्रवाल को प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर प्रकोष्ठ, पीएस पन्नू को पपरिवहन प्रकोष्ठ और अनुषा जोसेफ को अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का अध्यक्ष नियुक्त किया है। बता दें कि, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बाद 17 जनवरी को आम आदमी पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने संगठन के 6 पदाधिकारियों के साथ इस्तीफा दे दिया था। तब से प्रदेश में कोई नई कार्यकारिणी का गठन नही किया गया था। लेकिन रविवार को पार्टी ने 26 लोगों की कार्यकारिणी घोषित की है।
छत्तीसगढ़ में 55 सीटों पर चुनाव लड़ी थी ‘आप’
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने कहा आम आदमी पार्टी का गठन अंतिम व्यक्ति की लड़ाई के लिए हुआ था। शिक्षा स्वास्थ्य लोगों तक पहुंचाने और देश में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए हुआ था। जिन लोगों में जज्बा था वह इस पार्टी से जुड़े। लेकिन इस लड़ाई को लडऩे के लिए जज्बे की जरूरत है मुझे लगता है कि जिन साथियों ने इस्तीफा दिया है उनका जज्बा कमजोर पड़ गया। इस कारण वह पार्टी का साथ बीच में ही छोड़ कर जा रहे हैं। हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। आम आदमी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष और अकलतरा से चुनाव लड़ चुके आनंद प्रकाश मिरी ने कहा की छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हम 90 विधानसभा सीटों पर उतरने वाले थे। लेकिन इंडिया गठबंधन के कारण सिर्फ 55 सीट पर ही हमने अपने प्रत्याशी उतारे थे। बाकी 35 सीटों पर भी हमारी पूरी तैयारी थी। लेकिन इंडिया गठबंधन के कारण हमें भारी नुकसान हुआ। और कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी थी।
प्रदेश में ‘आप’ कार्यकारिणी बनते ही उपाध्यक्ष का इस्तीफा
कांग्रेस से आए व्यक्ति को अध्यक्ष बनाना दुर्भाग्यजनक : उत्तम जायसवाल
