जांजगीर-चांपा। ग्राम किकिरदा में एक दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि कुएं में गिरी लकड़ी को बाहर निकालने के लिए एक व्यक्ति कुएं में उतरा और वह वापस नहीं आया तो उसे निकालने के लिए बारी-बारी से चार लोग और उतरे और उन सभी की मौत हो गई। इस हादसे में मरने वालों में पडि़ता और दो बेटे भी शामिल हैं। आशंका है कि जहरीली गैस के रिसाव से यह हादसा हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस घटना पर शोक जताया है और मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
यह पूरी घटना बिर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम किकिरदा की है। बताया जा रहा है कि यहाँ लंबे समय से कुएं का उपयोग नहीं हो रहा था, जिस कारण कुएं को ढंक दिया गया था। जहरीली गैस रिसाव के कारण यह घटना हुई है। इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए आसपास लोगों से और भी जानकारी जुटाई जा रही है कि कैसे इतनी बड़ी घटना घट गई। दूसरी ओर, ग्राम किकिरदा की इस घटना से पूरा गांव सकते में है। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार की सुबह कुछ लकड़ी कुएं में गिर गई थी, उसे निकालने के लिए रामचरण जायसवाल नामक शख्स कुएं में उतरा। अंदर जहरीली गैस से उसका दम घुटने लगा फिर वह पानी में डूब गया। उसे बचाने के लिए पड़ोसी रमेश पटेल नीचे उतरा तो उसका भी दम घुटने लगा। इसके बाद उसके बेटे राजेंद्र और जितेंद्र पटेल कुएं में उतरे तो उनका भी दम घुट गया और वे भी डूब गए। वहीं एक अन्य पड़ोसी टिकेश्वर चंद्रा कुएं में उतरा और उसकी भी मौत हो गई। प्रारम्भिक जाँच में पता चला है कि जहरीली गैस रिसाव के कारण यह घटना हुई है।
कुआं में दम घुटने से मौत होने की आशंका
यह दर्दनाक घटना थाना बिर्रा क्षेत्र के किकिरदा गांव में हुई है। जानकारी के मुताबिक, गांव में एक पुराना कुआं है, जिसे काफी समय से उपयोग में नहीं लाया जा रहा था। गांव के ही लोगों ने पुरानी लकडिय़ों का छप्पर बनाकर कुएं को ढक दिया था। बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में बारिश और तेज हवा चलने के कारण कुएं के ऊपर बना लकड़ी का छप्पर कुएं के अंदर गिर गया था, जिसे निकालने गांव का एक आदमी कुएं के अंदर गया, जो काफी देर तक वापस नहीं आया। इसके बाद एक एक कर चार लोग और कुएं में उतरे और वापस बाहर नहीं आ सके। आशंका जताई जा रही है कि काफी दिनों से बंद रहने के कारण कुएं में जहरीली गैस निकलने लगी है, जिसकी चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गई।
इन पांच लोगों की हुई मौत
जहरीली गैस की चपेट में आने से जिन पांच लोगों की मौत हुई है, उनमें रामचंद्र जायसवाल, रमेश पटेल, जितेंद्र पटेल, राजेंद्र पटेल, टिकेश्वर चंद्रा का नाम शामिल है।
शवों को देख मच गई थी चीख-पुकार
एसडीआरएफ की टीम ने जब रेस्क्यू शुरू किया तो 10 जवान आक्सीजन किट और सुरक्षा मानकों के साथ कुएं में उतरे। करीब 2 घंटे में रेस्क्यू कर पांचों शवों को कुएं से बाहर निकाला गया, जिसमें पटेल परिवार के दो सदस्य हैं। इसके अलावा टिकेश्वर चंद्रा का शव कुएं से बाहर निकाला गया। टिकेश्वर की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी, वहीं आज उसकी पत्नी का जन्मदिन है। पति का शव देखने के बाद पत्नी बेहोश होकर गिर पड़ी। इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल छाया हुआ है।
प्राकृतिक आपदा राशि देने की प्रक्रिया शुरू
ग्राम किकिरदा में हुई इस घटना की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने मौका मुआयना कर घटना की पूरी जानकारी ली है। इसके साथ ही मृतक के परिजनों को प्राकृतिक आपदा राहत योजना के तहत चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि देने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
सीएम साय ने जताया दुख
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ग्राम किकिरदा में कुएं में हुए हादसे में पांच ग्रामीणों की मौत पर दुख जताया है। एक्स पर उन्होंने पांचों मृत ग्रामीणों को श्रद्धांजलि देते हुए मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा भी की है।
कुएं में जहरीली गैस से पांच लोगों की मौत
हादसे में मरने वालों में पडि़ता और दो बेटे भी शामिल, सीएम ने जताया दु:ख, 5-5 लाख मुआवजे का ऐलान, बिर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम किकिरदा की घटना
