पत्थलगांव। नये शिक्षा सत्र के साथ स्कूल खुलते ही शाला में प्रवेश उत्सव प्रारंभ हो गया।जिसके तहत नवप्रवेशी बच्चों का आवभगत करते हुए शाला में प्रवेश दिलाया जा रहा है। इसी क्रम में पत्थलगांव विकास खंड के प्राथमिक शाला छिंदबहरी में प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। जहाँ कार्यक्रम में बच्चे उनके पालकगण शिक्षकों ने नवप्रवेशी बच्चों को पूरे आवभगत के साथ शाला प्रवेश दिलाया। इस दौरान पढ़ई तिहार का आयोजन किया गया जोहमारी संस्कृति परंपरा में प्रत्येक मां अपने बच्चों की प्रथम गुरु होती है इस अवधारणा के आधार पर माता उन्मुखी कार्यक्रम किया गया। जिसमे मां के गृह कार्य के दौरान छोटे बच्चों को घर पर ही बहुत सारी बातें खेल खेल में सीखने को प्रेरित करना उद्देश्य है। जैसे रंगों की पहचान, आकृतियों की पहचान, खेल खेल गिनती, अपना नाम, पता बताना, परिवार के सदस्यों की जानकारी, कहानी सुनना कहना, साथ ही साथ बच्चो के शारीरिक बौद्धिक मानसिक विकास का आकलन करना आदि शामिल है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दीदी एवं प्राथमिक शालाओं की शिक्षिकाओं का महत्व अधिक है। संपूर्ण कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में शाला प्रवेश के पूर्व घर पर ही खेल खेल में सीखने के प्रति रुझान पैदा करना है।
इस दौरान शिक्षकों द्वारा सभी बच्चों को नि:शुल्क पुस्तक, प्रदान किया गया। इस अवसर पर शाला में न्योता भोज का भी आयोजन किया गया जिसमें वहां उपस्थित सभी अतिथि गण पालक माताएं शिक्षक एवं बच्चों ने एक साथ न्योत भोज किया। इस अवसर पर प्रधानपाठक, स्कूल के शिक्षक,बच्चों के पालकगण,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सहायिका,वार्ड पंच और स्कूल के सभी बच्चें उपस्थित थे।