जशपुर। आज 29 जून 2024 को पुलिस कार्यालय जशपुर स्थित सभाकक्ष में पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह द्वारा अपराध समीक्षा बैठक लिया गया जिसमें राजपत्रित अधिकारीगण सहित थाना/चौकी प्रभारीगण, सभी शाखाओं के प्रभारीगण उपस्थित रहे। आगामी 01 जुलाई 2024 से लागू हो रहे नवीन कानून के संबंध में विस्तृत जानकारी देकर थाने के विवेचकों की बैठक लेकर उत्सव के रूप में मनाने के निर्देश दिये।
तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक जशपुर ने पुलिस मुख्यालय, पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय एवं वरिष्ठ कार्यालयों से जारी परिपत्र एवं परवानों के निर्देशों के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की एवं जहाँ कंप्लायंस शेष है वहां अविलम्ब कंप्लायंस के निर्देश दिए साथ ही वरिष्ठ कार्यालयों द्वारा जारी निर्देशों को सभी थाना, चौकी एवं रक्षित केंद्र प्रभारी द्वारा गणना में सुनाने के निर्देश दिए है। पुलिस अधीक्षक जशपुर ने जिले के अवैध कारोबार, गांजा तस्करी, जुआ, सट्टा, नशीली दवाओ के विरुद्ध करवाई करने, लंबित अपराध, चालान, विवेचना, लघु अधिनियम, आम्र्स एक्ट, मर्ग जैसे अनेक विषयों पर गंभीरता से निराकरण करने का निर्देश दिया एवं इन विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
लंबित पासपार्ट, चरित्र सत्यापन, सिक/अवकाश गैरहाजिर प्रकरण, पीडि़त क्षतिपूर्ती प्रकरण, बंदी छुट्टी प्रकरण, सायबर टीप लाईन, सायबर पोर्टल प्रकरण एवं अन्य वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
इस मैराथन बैठक में एसपी जशपुर ने सभी थानों के आंकड़ों का सिलसलेवार निरीक्षण किया, सभी थाना/चौकी के विवेचकों से उनके पास लंबित अपराध, मर्ग, चालान एवं 01 माह से अधिक समय से लंबित वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों पत्रों के बारे मे जानकारी ली एवं यथाशीघ्र आगामी समीक्षा बैठक के पूर्व सभी लंबित प्रकरणों के निराकरण करने का निर्देश भी दिया है। क्राईम पेंडेंसी की मौजूदा दर को 10 प्रतिशत के भी नीचे लाने के लिए निर्देशित किया गया है। विगत दिवस दिनांक 16.06.2024 को आस्ता पुलिस के सक्रिय होकर कार्य करने से पैरोल पर छूटा कैदी सुखसाय राम उम्र 28 साल निवासी माड़ो को बड़ी घटना करने से रोका गया है। इस हेतु कार्यवाही में सम्मिलित थाना आस्ता के अधि./कर्मचारियों को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया है। बैठक में एसपी ने सभी प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों में बाउंड ओवर की कार्यवाही करने हेतु भी निर्देशित किया है। थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में निरंतर पेट्रोलिंग करने के लिए भी निर्देशित किया है। 03 सवारी बैठाकर तेज रफ्तार से हॉर्न बजाते हुए दुपहिया वाहन चलाने वालों एवं नशे में वाहन चलाने पर चालानी कार्यवाही बढ़ाने के साथ मालवाहकों पर सवारी बैठाने वालों पर कड़ाई के भी निर्देश दिए गए है। वर्तमान में बच्चों का स्कूल प्रारंभ हो गया है, इसलिये बच्चों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुये क्षेत्र के अंतर्गत समस्त स्कूलों में षिक्षकों, परिजनों की उपस्थिति में बाल सुरक्षा एवं सतर्कता जागरूकता अभियान चलाने के निर्देष दिये गये हैं। यातायात शाखा को आईरेड पेंडिंग का त्वरित निराकरण हेतु कहा गया।
क्राइम मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक जशपुर ने राजपत्रित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी हफ्ते मे कम से कम एक बार अपने अधिकार क्षेत्र के किसी एक थाना में विजिट जरूर करें तथा समय-समय पर औचक निरीक्षण करें, साथ ही पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि प्रत्येक आरक्षक अपने-अपने बीट की कानून व्यवस्था एवं अपराध की जानकारी रखे एवं समय-समय पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते रहे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक थाना/चौकी प्रभारी एवं रक्षित निरीक्षक स्वयं गणना लेंगे साथ ही शिकायत के सम्बन्ध मे कोई भी व्यक्ति थाना/चौकी से निराश होकर न लौटे, सभी के साथ शालीनता एवं सौहार्दपूर्ण व्यवहार करें एवं सभी की शिकायतों पर निष्पक्ष जांच हो, साथ ही विभिन्न घटित अपराधों में प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए, निगरानी बदमाश/गुंडा बदमाश की थाना मे लगातार बुलाकर और सकूनत पर जाकर चेकिंग करते रहें। पैदल मार्च, कांबिंग गस्त और शाम को प्रभारी स्वयं क्षेत्र मे विजिबल पुलिसिंग के लिए निकले। पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता की थाना में उचित सुनवाई हो जिससे कि उन्हें वरिष्ठ कार्यालय आकर शिकायत करने की आवश्यकता न पड़े। अंत में बैठक में उपस्थित समस्त राजपत्रित अधिकारियों, थाना/चौकी प्रभारियों को पूरी क्षमता एवं उर्जा के साथ सजगतापूर्वक ड्यूटी करने हेतु निर्देशित किया। उक्त अपराध समीक्षा बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री अनिल कुमार सोनी, एसडीओपी जशपुर श्री चंद्रशेखर परमा, एसडीओपी कुनकुरी श्री विनोद कुमार मंडावी, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारी एवं कार्यालयीन शाखा प्रभारी उपस्थित रहे।
विवेचना में लाये सुधार : पुलिस अधीक्षक जशपुर
पुलिस अधीक्षक ने जिलें के अपराध समीक्षा बैठक मे विवेचक के कार्यों की समीक्षा की, उन्होंने कहा कि उच्च स्तर की विवेचना की जाए। राजपत्रित अधिकारी विवेचकों के कार्यों की लगातार मानीटरींग कर आवश्यक दिशा-निर्देश देवें। पुलिस अधीक्षक ने समस्त थाना प्रभारियों एवं विवेचकों को स्पष्ट निर्देशित करते हुए कहा कि आपके अधिनस्थ, आपके द्वारा की जाने वाली विवेचना एवं दोषसिद्धि पर विशेष ध्यान दिया जाए। विवेचना के स्तर पर आवश्यक सुधार कर दोषसिद्धि स्तर बढाने का भरपूर प्रयास करें।